संदेशखाली में TMC नेता की चप्पलों से पिटाई, घर पर हमला कर भीड़ ने की तोड़फोड़: शेख शाहजहाँ का करीबी है अजीत मेईती

अजीत मईती (बाएँ) को प्रदर्शनकारियों ने पीटा (फोटो साभार : रिपब्लिक बांग्ला)

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं का गुस्सा एक बार फिर से फूट पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने टीएमसी नेता शेख शाहजहाँ के सहयोगी को जमकर पीटा। अजीत मेईती पर आरोप है कि वो शेख शाहजहाँ का नाम लेकर स्थानीय लोगों पर धौंस जमाता है और उनकी जमीनों पर कब्जे करता है। स्थानीय लोगों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दो ग्राम पंचायत इलाकों में धारा-144 लागू कर दी गई है। लोगों ने अजीत के घर पर तोड़फोड़ भी की।

जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में टीएमसी नेता शेख शाहजहाँ के खिलाफ महिलाओं का गुस्सा एक बार फिर से फूट पड़ा। महिलाओं ने शेख शाहजहाँ के करीबी अजीत मेईती के घर पर तोड़फोड़ की और उनकी पिटाई भी कर दी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने उसके घर में तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों ने तृणमूल कॉन्ग्रेस नेता के अजीत मेईती की मोटरसाइकिल में तोड़फोड़ की और उन पर जमीन हड़पने में शामिल होने का आरोप लगाया।

इस बीच, शुक्रवार (23 फरवरी 2024) को एक तालाब के किनारे बने गार्ड रूप में आग लगाने की घटना ने लोगों को और भड़का दिया। स्थानीय लोगों ने इसके लिए टीएमसी नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया। इसके बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।

संदेशखाली में महिलाओं और स्थानीय लोगों के समूह ने टीएमसी नेता शेख शाहजहाँ के भाई सिराजुद्दीन शेख की संपत्तियों को भी आग के हवाले कर दिया। उन्होंने संदेशखाली के कछारी इलाके में सिराजुद्दीन की संपत्ति को आग लगा दी। ग्रामीणों का आरोप है कि सिराजुद्दीन शेख और उसके लोगों ने गाँव वालों की जमीन हड़प ली है और इसी वजह से उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया। इस घटनाक्रम के दौरान भारी संख्या में पुलिस भी पहुँच गई।

बता दें कि बीजेपी की महिला सांसद लॉकेट चटर्जी की अगुवाई में संदेशखाली का दौरा करने जा रही टीम को प्रशासन ने रोक लिया। चटर्जी के साथ अग्निमित्र पॉल भी थे और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की एक टीम भी। लेकिन उन्हें संदेशखाली जाने की इजाजत नहीं दी गई।

बीजेपी ने जारी किया संदेशखाली पर वीडियो

इस बीच बीजेपी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर संदेशखाली मुद्दे पर एक डॉक्यूमेंट्री जारी की है। डॉक्यूमेंट्री में संदेशखाली की महिलाएँ अपने ऊपर हुए अपराधों के बारे में बता रही हैं। बीजेपी ने एक्स पर 20 मिनट का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “एक सच जो हमें चौंका देगा। एक सच जो हमें पीड़ा पहुँचाएगा। एक सच जो हमारी अंतरात्मा को झकझोर देगा। #संदेशखाली का सच, जिसे ममता बनर्जी छिपाने की कोशिश कर रही हैं…”

8 फरवरी से शुरू हुआ विवाद

बता दें कि 8 फरवरी को संदेशखाली में पहली बार हिंसा भड़की थी। स्थानीय महिलाओं के समूह ने टीएमसी नेता शेख शाहजहाँ का विरोध करते हुए गंभीर आरोप लगाए। महिलाओं ने शाहजहाँ की अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों पर हमला किया और शिबु हाजरा की पोल्ट्री फार्म में आग लगा दी। उन्होंने संदेशकाली थाने का भी घेराव किया और तीनों की तत्काल गिरफ्तारी की माँग की। पुलिस ने इस हिंसा के मामले में शिबु हाजरा और उत्तम सरदार को गिरफ्तार किया है। वहीं, शेख शाहजहाँ अब तक फरार है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया