संदेशखाली में TMC गुंडों की गिरफ्तारी के बाद पीड़िता के घर पर हमला, बंगाल पुलिस की यूनिफाॅर्म में थे हमलावर: बोलीं CM ममता बनर्जी- तिल का ताड़ बना दिया

संदेशखाली मामले पर सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई (तस्वीर साभार: TOI/ Money Control)

बंगाल के उत्तर 24 परगना के संदेशखाली गाँव में महिलाओं के उत्पीड़न मामले पर सुप्रीम कोर्ट में आज (19 फरवरी 2024) सुनवाई होगी। याचिका में माँग की गई है कि मामले की जाँच बंगाल के बाहर हो और पीड़ितों को मुआवजा मिले। इसके साथ ही राज्य पुलिस पर भी कार्रवाई की माँग इस याचिका में है।

इस बीच खबर आई है कि पुलिस ने जहाँ पूरा विवाद बढ़ने पर मामले के आरोपित शिबू हाजरा को गिरफ्तार किया है, वहीं संदेशखाली की जिस पीड़िता ने उसके खिलाफ बयान दिया था उसके घर भी हमला हुआ। हैरानी की बात ये है कि जिन लोगों ने हमला किया उन्हें लेकर कहा जा रहा है कि उन्होंने पुलिस यूनिफॉर्म पहनी हुई थी।

पीड़िता पर यह हमला मजिस्ट्रेट के सामने यौन हमले पर बयान दर्ज कराने के बाद हुआ। उसे अब डर है कि अगर अतिरिक्त पुलिस बल और प्रशासन के लोग क्षेत्र से जाएँगे तो उस पर फिर जानलेवा हमला होगा। उसके अनुसार, शनिवार को हमलावर उसकी हत्या के इरादे से आए थे। उन्होंने पीड़िता के ससुर को धमकाया भी था।

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार महिला ने कहा, “मैंने अपनी दोनों बेटियों को अपने रिश्तेदार के घर भेज दिया। शाहजहाँ के दो गुर्गों शिबू प्रसाद हाजरा और उत्तम सरदार के खिलाफ गवाही देने के बाद हमले के डर से मैं छिपी हुई थी। मेरी सबसे छोटी बेटी मेरे बुजुर्ग ससुर के साथ घर पर थी क्योंकि मेरे पति ने भी एक रिश्तेदार के घर में शरण ली है। पुलिस की वर्दी में आए हमलावरों ने दावा किया कि वो स्पेशल पुलिस फोर्स से हैं। इसके बाद उन्होंने छप्पर की दीवार पर लगातार मार-मार कर एक गड्ढा खोदा और फिर मेरी बेटी और उसके दादा को मारने के लिए उसमें छड़ी डाल दी।”

महिला ने बताया कि उसके साथ उत्पीड़न 5 माह पहले हुआ था। पीड़िता से कहा गया था कि वो रात में मीटिंग अटेंड करने जाए। वहीं उसके साथ ये सब हुआ था। अब शिकायत करने पर उसके घर पर हमला हुआ है। स्थानीय भी भयभीत हैं। उन्हें तसल्ली थी तो सिर्फ इतनी कि TMC गुंडों की गिरफ्तारी हो रही है। इस खबर को सुन वह लोग खुश थे। लेकिन फिर पीड़िता के घर पर यह अटैक हुआ और डर फिर पसर गया।

बता दें कि बशीरहाट सबडिविजन में पीड़िता का बयान दर्ज होने के बाद शिबू हाजरा को आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेजने की खबर आई थी। उसकी गिरफ्तारी एक दिन पहले ही हुई थी। उस पर यौन उत्पीड़न करने और स्थानीयों की जमीन हड़पने के आरोप हैं। वहीं मामले में दूसरा आरोपित उत्तम सरदार पहले से हिरासत में है।

वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले में कहा है कि तिल को ताड़ बनाया जा रहा है। वह बोलीं कि कुछ समय पहले संदेशखाली में एक घटना घटी। पहले ईडी की टीम को यहाँ भेजा गया। इसके बाद उनके मित्र भाजपा के लोग यहाँ घुसे। फिर तिल का ताड़ बनाया गया। ममता बनर्जी ने कहा, “मैं अफसरों को भेजूँगी, जिनकी जो शिकायत हो बताएँ। अगर किसी ने कुछ लिया है, तो सब कुछ वापस किया जाएगा।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया