सिक्किम में सेना का कैंप बहा, 23 जवान लापता: बादल फटने से भीषण बाढ़, तीस्ता नदी का जलस्तर 15 से 20 फुट तक बढ़ा

सिक्किम में बादल फटने के बाद भीषण बाढ़ (फोटो साभार: ANI Hindi)

सिक्किम में अचानक बादल बढ़ने से भीषण बाढ़ आ गई है। तीस्ता नदी उफान पर है। सेना का कैंप बहने की खबर है। इसके बाद से 23 जवान लापता हैं। इनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है।

बादल फटने की घटना उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर हुई। इससे लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई। बचाव अभियान के लिए सिक्किम और उत्तरी बंगाल के कुछ हिस्सों में एनडीआरएफ की चार टीमों को तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की एक टीम सिक्किम के सिंगतम में है। वहीं एक-एक टीम पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग, कर्सियांग और जलपाईगुड़ी में हैं।

सेना के मुताबिक, ये घटना 3 अक्टूबर 2023 को रात के करीब 1.30 बजे हुई। सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने भी सिंगताम में अचानक आई बाढ़ के बाद हालात का जायजा लिया गई।

सीएम तमांग ने एक्स हैंडल से पोस्ट कर कहा है, “हाल ही में हमारे राज्य में आई प्राकृतिक आपदा से हम सभी परिचित हैं। प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन सेवाएँ तैनात कर दी गई है। नुकसान का आकलन करने और स्थानीय समुदाय के साथ बातचीत करने के लिए मैंने सिंगताम का दौरा किया है।”

उन्होंने आगे कहा, “मैं विनम्रतापूर्वक सभी नागरिकों से आग्रह करता हूँ कि वे सतर्क रहें और इस अहम वक्त के दौरान गैरजरूरी सफर से बचें। यह जरूरी है कि हम संयम बनाए रखें और अपने क्षेत्र में तेजी से सामान्य हालात लौटने की उम्मीद करें।” जानकारी के मुताबिक अचानक आई बाढ़ से सिंगताम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन भी बह गए। करीब 41 गाड़ियों के डूबने की खबर है।

सेना को यहाँ बचाव के कार्य करने में चुनौतियाँ का भी सामना करना पड़ रहा है। इस क्षेत्र में इंटरनेट कनेक्टिविटी कम है। इस वजह कमांड स्तर के अधिकारियों को ज़मीनी स्तर पर लोगों से जुड़ने में मुश्किल पेश आ रही है।

रिपोर्ट के मुताबिक, चुंगथांग बाँध से अचानक पानी छोड़े जाने के वजह से नदी में पानी का स्तर 15-20 फीट तक बढ़ गया। सेकेंड बटालियन सिक्किम के डिप्टी कमांडेंट विवेक कुमार ने न्यूज18 को बताया कि 23 जवानों के लापता होने की एनडीआरएफ ने पुष्टि की है।

उन्होंने बताया कि अब तक तीन नागरिकों की लाश मिली है। गंगटोक को जोड़ने वाली सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। मुगुथांग में अचानक आई बाढ़ की वजह से डिकचू और टूंग में दो स्थायी पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बीआरओ के कर्मचारी स्थानीय लोगों के बचाव के काम में लगातार लगे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया