जेल में हो सकती है अर्पिता मुखर्जी की हत्या? ED ने कोर्ट को बताया- खतरे के खुफिया इनपुट मिले हैं, बिना चखे खाना-पानी भी न दिया जाए

अर्पिता मुखर्जी की जान को खतरा

पश्चिम बंगाल में SSC स्कैम में फँसी अर्पिता मुखर्जी की जान को खतरा है। ऐसा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने PMLA कोर्ट में बताया है। ईडी ने अदालत से कहा कि अर्पिता को जेल में खाना देने से पहले उसे चखा जाना जरूरी है। इसके अलावा उन्हें जेल में चार से ज्यादा कैदियों के साथ रखना भी खतरनाक है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी ने कोर्ट को बताया कि उन्हें खुफिया सूत्रों से ये बात पता चली है कि अर्पिता सुरक्षित नहीं हैं। उनकी जान को खतरा है। वहीं पार्थ चटर्जी को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें पार्थ चटर्जी को लेकर ऐसे कोई इनपुट नहीं मिले हैं।

बता दें कि शुक्रवार को पीएमएलए कोर्ट में मुखर्जी और चटर्जी की बेल याचिका पर सनुवाई के दौरान ईडी ने कोर्ट को बताया था कि वह पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की 14 दिन की हिरासत चाहते हैं। उनके अनुसार, उन्हें दोनों के खिलाफ ऐसे सबूत मिले हैं जिनकी कड़ियों का जुड़ना जरूरी है।

ईडी के वकील ने कोर्ट को कहा, पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी ने 1 जनवरी 2012 को एपीए यूटिलिटी सर्विसेज (APA utility services) के तहत पार्टनरशिप डीड की थी। एजेंसी ने कहा,

“आरोपितों ने कुछ संपत्तियाँ कैश देकर भी खरीदी थीं। इन संपत्तियों को खरीदने के लिए इस्तेमाल किए गए धन का स्रोत पता लगाया जा रहा है। हमने कुछ समय का फोन डेटा भी बरामद किया है जिसके बारे में पार्थ चटर्जी से पूछा जाना है। इसलिए हम अदालत से अनुरोध करते हैं कि उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा जाए।”

अपनी इसी माँग के साथ उन्होंने कोर्ट को अर्पिता को लेकर मिले इनपुट के बारे में बताया और कहा कि अभी 50 खातों की जाँच चल रही है। ऐसे में जरूरी है कि जो भी खाना अर्पिता को जेल में मिले, उसे एक बार टेस्ट किया जाए। सुनवाई के बाद कोर्ट ने दोनों आरोपितों की बेल याचिका को खारिज कर दिया और सुनवाई की अगली तारीख 18 अगस्त दी।

गौरतलब है कि पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी करोड़ों रुपए के एसएससी भर्ती घोटाले को लेकर ईडी की हिरासत में हैं। प्रवर्तन निदेशालय अर्पिता मुखर्जी के घरों पर छापेमारी कर अब तक 50 करोड़ रुपए से ज्यादा कैश और 5 किलो सोना बरामद कर चुका है। उनके घर से सेक्स टॉय मिलने की भी खबरें सामने आई थी। इसके अलावा उनके घर से 31 पॉलिसी पेपर भी जब्त किए गए हैं। इन सबमें नॉमिनी के नाम पर टीएमसी के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी का नाम हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया