‘जिस तालुमुद्दीन कॉलेज में गैर-मुस्लिमों को बताया गया हिजड़ा और कुत्ता, वो तालाब की जमीन कब्जा कर बना है’: FIR में प्रबंधक अनवारुल हक और प्रिंसिपल रफत परवीन का नाम

तालिबानी गाने वाला मऊ के तालीमुद्दीन कॉलेज के तालाब की जमीन पर बने होने का आरोप (चित्र साभार- दैनिक भास्कर)

उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में एक कॉलेज में हिजाब पहनी लड़कियों का आपत्तिजनक गाने पर शो करने का वीडियो वायरल हो रहा है। स्वतंत्रता दिवस के दिन फिल्माए गए इस वीडियो पर शुक्रवार (25 अगस्त, 2023) को FIR दर्ज हुई है। शिकायत ‘हिन्दू जागरण मंच’ के पदाधिकारी ने दी है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि जिस तालुमुद्दीन निस्वा गर्ल्स डिग्री कॉलेज में यह कार्यक्रम हुआ है वो एक तालाब की जमीन पर अवैध रूप से बनाया गया है। इस मामले में अभी तक प्रिंसिपल रफ़त परवीन और प्रबंधक अनवारुल हक के नाम सामने आए हैं।

यह मामला मऊ जिले के थानाक्षेत्र कोतवाली नगर का है। यहाँ 25 अगस्त को हिन्दू संगठन के पदाधिकारी अतुल राय ने पुलिस में शिकायत दी। शिकायत के बाद दर्ज हुई FIR के मुताबिक पहाड़पुरा क्षेत्र में आने वाले तालीमुद्दीन निस्वा गर्ल्स डिग्री कॉलेज में 15 अगस्त के दिन बुर्का पहनी लड़कियों ने एक गीत प्रस्तुत किया था। इस गीत में सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने वाली बातों के साथ ‘हिजड़े’ शब्द का भी प्रयोग किया गया था। शिकायतकर्ता ने इसे एक समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाला बताया है।

अतुल राय ने अपनी शिकायत में कॉलेज में गाये गए गीत को तालिबानी गाना बताया। साथ ही उन्होंने लिखा कि वह गाना तालिबान के विद्रोहियों द्वारा गया जाता है। खासतौर पर इस गीत का मंचन 15 अगस्त को ही करने को शिकायतकर्ता ने साजिश करार दिया है। यह कार्यक्रम सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें नेटीजेंस कार्रवाई की माँग कर रहे हैं। मऊ पुलिस ने इस मामले में कॉलेज के प्रिंसिपल, प्रबंधक और अन्य अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज कर ली है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।

ऑपइंडिया ने इस मामले में शिकायतकर्ता अतुल राय से बात की। अतुल ने हमें बताया कि न सिर्फ प्रिंसिपल रफ़त परवीन बल्कि कॉलेज के प्रबंधक अनवारुल हक भी इस मामले में बराबर के भागीदार हैं। खुद को केस के जाँच अधिकारी सब इंस्पेक्टर दल प्रताप सिंह के सम्पर्क में बताते हुए अतुल ने कहा कि पुलिस अभी आरोपितों को चिह्नित करने का प्रयास कर रही है। जिस पहाड़पुरा क्षेत्र में तालुमुद्दीन कॉलेज मौजूद है उसे अमित ने मुस्लिम बाहुल्य बताया और कहा कि कॉलेज से सट कर ही मऊ के चेयरमैन और बसपा नेता अरशद जमाल सिद्दीकी का घर है।

शिकायतकर्ता अतुल राय ने हमसे बातचीत के दौरान आरोप लगाया कि जिस जमीन पर तालमुद्दीन कॉलेज बना हुआ है वो पहले तालाब हुआ करती थी। उन्होंने आगे बताया कि तालाब को मिट्टी से पाट कर कॉलेज की बुनियाद रखी गई जो सरासर अवैध है। अतुल का कहना है कि वो आने वाले सोमवार को मऊ के जिलाधिकारी (DM) को इस बाबत ज्ञापन देंगे और कार्रवाई की माँग करेंगे। बताते चलें कि कॉलेज की प्रिंसिपल ने इस हरकत का बचाव करते हुए इसे अपनी मज़हबी मान्यताओं से जुड़ा गाना बताया है।

साथ ही उन्होंने 15 अगस्त को कॉलेज में खुद के उपस्थित न होने की जानकारी दी है। फिलहाल इस मामले में पुलिस जाँच कर रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया