बिहार के कटिहार जिले में दो जगहों पर बजरंग बली की मूर्ति क्षतिग्रस्त कर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई है। इन घटनाओं से स्थानीय लोगों में आक्रोश भड़क गया है। लोगों ने दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की माँग की और इसको लेकर बड़े स्तर पर प्रदर्शन भी किया। वहीं, बिहार के बड़े नेताओं ने भी इसका संज्ञान लिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कटिहार के मनिहारी थाना क्षेत्र में बजरंग बली की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाएँ हुई हैं। एक घटना मनिहारी थाने के जगावटी गाँव में हुई, जबकि दूसरी घटना महियारपुर रेलवे स्टेशन में स्थापित मूर्ति के साथ हुई। दोनों जगह पर उपद्रवियों ने बजरंग बली की मूर्ति को खंडित कर दिया।
इस घटना को मंगलवार (23 जनवरी 2024) की रात को अंजाम दिया गया। अगले दिन लोगों ने बजरंग बली की मूर्तियाँ क्षतिग्रस्त देखी तो इसके खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। गुस्साई भीड़ ने रेलवे ट्रैक और हाइवे को जमा कर दिया। भड़के लोग मूर्ति तोड़ने वालों को तुरंत गिरफ्तार करने की माँग कर रहे थे।
घटना के बाद गुस्साई भीड़ को शांत करने के लिए दोनों घटनास्थलों पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनात कर दी गई। पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की। आखिरकार, घंटों मशक्कत करने के बाद पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर उन्हें वापस भेजा। इसके बाद ट्रेनों और गाड़ियों का आवागमन शुरू हुआ।
ग्रामीणों को मनाने के लिए क्षेत्र के एसडीएम ने एक समिति का गठन किया है। यह धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा को लेकर काम करेगी। उन्होंने आश्वासन भी दिया कि मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करने वालों को तीन दिन के भीतर गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने इस घटना पर FIR दर्ज कर लिया है।
इस मामले में केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जल्द कार्रवाई की माँग की है। उन्होंने कहा, “हनुमान जी की मूर्तियों को तोड़ा गया है। अगर इसको गंभीरता से नहीं लिया गया और राज्य सरकार ने कार्रवाई नहीं की तो नीतीश बाबू और लालू जी… मैं दोनों को चेताना चाहता हूँ। यह मात्र हनुमान जी की मूर्ति नहीं टूटी है, बल्कि बिहार में आपने सनातनियों का गर्दन कटवाने का काम किया है। अगर अपराधी नहीं पकड़े गए और कार्रवाई नहीं हुई तो इस का खामियाजा आपको भुगतना पड़ेगा।”