‘तुम यीशु का नाम क्यों नहीं लेते’: ​तमिलनाडु के स्कूल में छात्रा को विभूति लगाने पर किया प्रताड़ित, ईसाई धर्मांतरण की कोशिश का आरोप

तमिलनाडु के स्कूल में हिंदू छात्रा को प्रताड़ित करने का आरोप

तमिलनाडु के तिरुपुर से चौंकाने वाला मामला प्रकाश में आया है। कक्षा 6 में पढ़ने वाली 12 साल की एक छात्रा के अभिभावकों ने शहर के जयाबाई म्युनिसिपल गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में जबरन ईसाई धर्मान्तरण की शिकायत की है। सरकारी फंडिंग से चल रहे इस स्कूल ईसाई शिक्षक पर पट्टाई (विभूति) लगाने के कारण छात्रा के बुरा बर्ताव करने और हिंदू धर्म को अपमानित करने का आरोप है।

हिन्दुवादी संगठन हिंदू मुन्नानी द्वारा शेयर किए गए वीडियो में पीड़ित बच्ची हिंदू होने के कारण ईसाई शिक्षकों द्वारा प्रताड़ित किए जाने का खुलासा करती है। नाबालिग के मुताबिक ईसाई शिक्षक ने पूछा, “अपनी जान देकर हमें किसने बचाया?” लेकिन जब लड़की ने वो उत्तर दिया, जिसकी शिक्षक ने आशा नहीं की थी, तो उसने जोर देकर कहा, “यीशु ने हमारे लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। तुममें से कोई उनका नाम क्यों नहीं लेता?” इसी तरह एक दिन स्कूल में लेखन का अभ्यास कराया जा रहा था। इस दौरान पीड़िता ने मुरुगन, कृष्ण और अन्य हिंदू देवताओं के नाम तमिल में लिखे। इसके बाद स्कूल टीचर ने उसे इस तरह की बातें नहीं लिखने के लिए कहा।

पीड़िता ने आरोप लगाया गया है कि उसे तमिल पढ़ाने वाले शिक्षक ईसाई धर्म को मानते हैं और उससे ईसाई तरीके से हाथ जोड़कर प्रार्थना करने के लिए कहते हैं। एक दिन ईसाई शिक्षक ने पीड़िता के माथे पर लगे पट्टाई की तरफ इशारा करते हुए पूछा, “उसे लगाने में कितना टाइम लगता है? तुम्हारे माथे पर इसे कौन लगाता है?” पीड़िता का कहना है कि वो अपने गले में रूद्राक्ष की माला धारण करती है, जिसको लेकर उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया। उसे इसकी सजा दी गई। जब कक्षा में अपेक्षाकृत कम नंबर लाने पर शिक्षक ने कहा, “अरे तुम पट्टाई लगाई गधी, खड़ी हो जाओ।”

इस बीच लड़की के माता-पिता ने स्कूल में ईसाई शिक्षक द्वारा धर्मान्तरण और हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने को लेकर शिकायत दर्ज कराई है। आरोपित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की माँग करते हुए पीड़िता के अभिभावकों ने कहा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ नहीं होनी चाहिए। इस मामले की जाँच कर रहे अधिकारी का कहना है कि मामले की जाँच की जा रही है। अगर आरोप सही पाए गए तो कार्रवाई की जाएगी।

हिंदू मुन्नानी ने उठाई आवाज

हिंदुओं के लिए काम करने वाले संगठन हिंदू मुन्नानी ने इस मामले को उठाया है। इसके सचिव सेंथिल कुमार ने कहा, “तमिलनाडु के सभी सरकारी स्कूलों में धर्मांतरण हो रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग क्या करता है? अगर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो लोगों का गुस्सा भड़क उठेगा।”

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह तमिलनाडु के ही कन्याकुमारी में एक लड़की ने ईसाई शिक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। लड़की ने ईसाई शिक्षक पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने और छात्रों को ईसाई प्रार्थना करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था। इसी तरह से जनवरी में तंजावुर के थिरुकट्टुपाली स्थित सेक्रेड हार्ट हायर सेकेंडरी स्कूल की 12वीं की छात्रा लावण्या को कथित तौर पर उसके स्कूल के शिक्षकों ने ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रताड़ित किया था, जिसके बाद उसने आत्महत्या कर ली थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया