राजस्थान में सरकारी हैंडपंप छूने पर जनजातीय समाज के व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या, हॉस्पिटल जाने से भी रोका: शकील, नासिर और बबलू गिरफ्तार

राजस्थान के जोधपुर में हैंडपंप छूने पर जनजातीय व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या (फोटो साभार: Laxmikant Bharadwaj का ट्विटर अकाउंट)

राजस्थान के जोधपुर में सरकारी हैंडपंप छूने पर जनजातीय व्यक्ति की हत्या करने का मामला सामने आया है। यहाँ, किशनलाल भील नामक व्यक्ति ने हैंडपंप से पानी लिया था, जिसके बाद मुस्लिम युवकों ने पीट-पीटकर उसे बुरी तरह से जख्मी कर दिया। इसके बाद उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहाँ उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। वहीं, अन्य आरोपित फरार हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जोधपुर के सूरसागर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गाँव में जनजातीय युवक किशनलाल भील के सरकारी हैंडपंप छूने के बाद शकील, नासिर, बबलू समेत अन्य लोगों ने उसे गालियाँ देनी शुरू कर दीं। इसके बाद उस पर सरिया से हमला कर दिया। जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गया। इसके बाद, जब किशनलाल के परिजन उसे हॉस्पिटल ले जाने लगे तब मुस्लिम युवकों ने उन्हें हॉस्पिटल जाने से भी रोक दिया। तब, परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के आने पर किशनलाल को हॉस्पिटल ले जाया गया। जहाँ, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

जनजातीय युवक की हत्या को लेकर सूरसागर थानाधिकारी डॉ गौतम डोटासरा का कहना है कि परिजनों की शिकायत मिलने के बाद रात को ही पुलिस ने तीन नामजद आरोपितों को गिरफ्तार किया था। कुछ आरोपित फरार हैं उनकी तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान शकील, नासिर और बबलू के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपितों पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 के तहत केस दर्ज किया है।

किशनलाल की मौत की जानकारी मिलने के बाद, उसके रिश्तेदार व जनजातीय संगठन के लोग भी हॉस्पिटल पहुँच गए। वहाँ इन लोगों ने मॉर्चरी के बाहर धरने पर बैठकर आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई व मृतक के परिवार को एक सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपए का मुआवजा देने की माँग की है। जनजातीय संगठन के लोगों का कहना है कि समुचित मुआवजा न मिलने पर आने वाले दिनों में विरोध प्रदर्शन और बढ़ेगा।

मुस्लिम युवकों की हिंसा का शिकार हुए मृतक किशनलाल के भाई अशोक भील ने कहा है कि सरकारी हैंडपंप में मोटर लगी हुई है। उस पर शकील, नासिर और बबलू का कब्जा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि ये लोग किसी अन्य समुदाय के व्यक्ति को पानी नहीं भरने देते हैं। अगर कोई पानी भरता है तो उसका पाइप काट देते हैं। आरोपितों ने किशनलाल और उसके बेटे के साथ भी मारपीट की है।

इस घटना पर दलित समाज के नेता अनिल तेजी ने कहा है कि पानी जैसी चीज के लिए एक युवक की निर्मम हत्या कर दी गई। वह अपने घर में इकलौता व्यक्ति था जो मजदूरी करके परिवार के सभी लोगों का पेट भरता था। उन्होंने कहा कि जाति विशेष के इन लोगों ने किशनलाल को पानी के लिए मार दिया। उन्होंने पूछा कि एक ओर समाज में यह नारा लगाते हैं मीम और भीम भाई-भाई, वहीं आज कहाँ गए वह जो भाई-भाई का नारा लगाते थे। उन्होंने कहा, “इस भीम को मार दिया है कोई भी मीम यहाँ पर धरने पर नहीं पहुँचा है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया