हिरासत में तृप्ति देसाई: ‘सभ्य’ तरीके से कपड़े पहनने को कहा तो साईबाबा मंदिर की बोर्ड उखाड़ने लगी

हिरासत में तृप्ति देसाई

साईबाबा मंदिर न्यास ने हाल ही में स्थानीय लोगों और अन्य भक्तों की शिकायतों के बाद मंदिर परिसर के बाहर एक बोर्ड लगाकर श्रद्धालुओं से भारतीय संस्कृति के मुताबिक ‘सभ्य’ तरीके से कपड़े पहननें की अपील की थी। जिसपर तिलमिला कर खुद को सामाजिक कार्यकर्ता बताने वाली तृप्ति देसाई और उनके संगठन के अन्य सदस्यों ने इसका विरोध करने और पोस्टर को उतारने का फैसला किया।

हालाँकि, ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कान्हुराज बागटे ने स्पष्ट किया था कि उन्होंने श्रद्धालुओं पर कोई ड्रेस कोड लागू नहीं किया है और यह संदेश केवल एक अपील है। लेकिन तृप्ति ने मामले को जानबूझकर तूल देने और व्यर्थ में इसका विरोध करने का फैसला कर लिया। जबकि यह बात सब जानते है कि ज्यादातर भक्त मंदिर में सहज कपड़े पहनकर ही प्रवेश करते है।

वहीं यह खबर सामने आई है कि महाराष्ट्र के अहमदनगर में पुलिस ने तृप्ति देसाई और उनके संगठन के अन्य सदस्यों को शिरडी जाते समय रास्ते में हिरासत में ले लिया है। बता दें वह मंदिर के अंदर अपने कुछ भी कपड़े पहनने के अधिकार की माँग करने के लिए जा रही थी।

वहीं यह भी बताया जा रहा है कि तृप्ति देसाई को हिरासत में लिए जाने के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़कर जश्न मनाया है।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र सब डिविजनल ऑफिस ने सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई को मंगलवार (दिसंबर 8, 2020) को नोटिस जारी किया था। सब डिविजनल ऑफिस, शिरडी ने कार्यकर्ता तृप्ति देसाई को नोटिस जारी करते हुए उन्हें 8 दिसंबर से 11 दिसंबर के बीच शिरडी में प्रवेश नहीं करने के लिए कहा था। कार्यालय ने कहा है कि उनके यहाँ आने से कानून और व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है। यदि वह आदेश का उल्लंघन करती है तो उसे 188 आईपीसी के अनुसार दंडित किया जाएगा।

बहरहाल, नोटिस की अवहेलना करते हुए देसाई अपनी संगठन ‘भूमाता ब्रिगेड’ के 10 सदस्यों के साथ गुरुवार को शिरडी जाने के लिए पुणे से रवाना हुईं थी। अहमदनगर के पुलिस अधीक्षक मनोज पाटिल ने कहा, ‘‘पुलिस ने बंबई पुलिस कानून की धारा 68 के तहत देसाई और संगठन के 15-16 अन्य सदस्यों को हिरासत में लिया है।’’

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया