मुखर्जी नगर मामला: सिख ड्राइवर से मारपीट में डेप्यूटी कमिश्नर ने किया 2 सिपाहियों को बर्खास्त

दिल्ली पुलिस और टेम्पो ड्राइवर के बीच झड़प मामले में 2 सिपाही बर्खास्त

दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में सिख ड्राइवर और कॉन्सटेबल के बीच हुई हाथापाई में पुलिस प्रशासन द्वारा 2 सिपाही नौकरी से बर्खास्त कर दिए गए है। पुष्पेंन्द्र शेखावत और सत्य प्रकाश नाम के इन दो सिपाहियों को नौकरी से 6 महीने के लिए निकाला गया है।

मामले में दिल्ली प्रशासन द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि ऐसे कृत्यों से पुलिस खासकर दिल्ली पुलिस मेट्रोपॉलिटन फोर्स की छवि खराब होती है, जिससे लोगों को काफी उम्मीदें हैं। पूरे घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए डेप्युटी कमिश्नर राकेश कुमार (फर्स्ट बटालियन, डीएपी) ने कॉन्स्टेबल पुष्पेंदर शेखावत और कॉन्स्टेबल सत्य प्रकाश को तत्काल प्रभाव से नौकरी से हटा दिया है।

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हालाँकि, बता दें कि इस मामले में घटना के बाद ही तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका था, लेकिन बाद की जाँच में पुष्पेंद्र शेखावत और कांस्टेबल सत्यप्रकाश को गलती के लिए जिम्मेदार माना गया। और फिर दोनों को बर्खास्त करने का फैसला लिया गया।

गौरतलब है पिछले महीने दिल्ली के मुखर्जीनगर इलाके में 16 जून को हुई इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने खूब तूल पकड़ा था। एक ओर जहाँ सिख ड्राइवर के आक्रामक रवैये को देखकर सोशल मीडिया पर लोगों ने ड्राइवर पर सवाल उठाए थे तो वहीं पुलिस द्वारा की गई प्रतिक्रिया पर भी सियासी घमासान हुआ था। जाँच में दिल्ली पुलिस ने दोनो पक्षों को दोषी पाया था।

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस घटना की निंदा करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया था। कॉन्ग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इस घटना पर भाजपा पर जमकर निशाना साधा था। इस दौरान ड्राइवर सरबजीत सिंह ने आरोप लगाया था कि 10-12 पुलिस वालों ने उनकी और उनके बेटे की बहुत बुरी तरह पिटाई की और फिर थाने ले गए। जहाँ सरबजीत के मुताबिक फिर उनसे मारपीट की गई।

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बता दें इस घटना में सरबजीत पर पुलिस वालों की गाड़ी पर धक्का मारने और उनपर तलवार से हमला करने का आरोप था। इसके अलावा उनके बेटे पर पुलिस पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश भी कैमरे में कैद है। इस घटना के बाद पुलिस ने दावा किया था कि ऑटो ड्राइवर का पहले भी आपराधिक बैकग्राउंड रह चुका है और उसने पहले भी कई बार मारपीट की है। 2006 से अब तक सरबजीत पर तीन बार मारपीट के केस दर्ज हुए हैं। इसके अलावा सरबजीत सिंह पर इसी साल अप्रैल में गुरुद्वारा बंगला साहिब के एक सेवादार ने मारपीट का मामला दर्ज कराया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया