मुंबई में जहाँ हुई ‘रामसेतु’ और ‘आदिपुरुष’ की शूटिंग, ₹1000 करोड़ के उस स्टूडियो पर BMC का बुलडोजर चलाः पूर्व मंत्री असलम शेख ने किया था अवैध निर्माण

उद्धव सरकार में मंत्री रहे असलम शेख के स्टूडियो पर चला BMC का बुलडोजर (फोटो साभार: ET, AajTak)

उद्धव ठाकरे सरकार में मंत्री रहे कॉन्ग्रेस नेता असलम शेख के फिल्म स्टूडियो पर बीएमसी ने बुलडोजर चलाया। आरोप है कि असलम शेख ने मड-मार्वे इलाके में 1000 करोड़ रुपए की लागत से अवैध रूप से स्टूडियो बनाया था। इस स्टूडियो में रामसेतु और आदिपुरुष जैसी फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। बीएमसी ने यह कार्रवाई शुक्रवार (7 मार्च 2023) को की।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्रालय और राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) को अवैध स्टूडियो के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया था। इस आदेश के बाद ही बीएमसी ने यह कार्रवाई की है। एनजीटी ने अपने आदेश में कहा था कि अस्थाई स्टूडियो बनाने की अनुमति दी गई थी। इस अनुमति का दुरुपयोग करते हुए स्थायी स्टूडियो बनाया गया। इसलिए यह स्टूडियो अवैध है।

कैसे सामने आया मामला

दरअसल, बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्रालय में एक शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में उन्होंने कहा था कि असलम शेख और उसके सहयोगियों ने मड-मार्वे इलाके में अवैध रूप से फिल्म स्टूडियो बनाए हैं। इसके बाद मामले की जाँच कर कार्रवाई के आदेश दिए गए।

असलम शेख के स्टूडियो पर हो रही इस कार्रवाई को लेकर किरीट सोमैया मौके पर पहुँचे। इस दौरान उन्होंने कहा है, “आदित्य ठाकरे खुद यहाँ आए थे और उनके आशीर्वाद से यह स्टूडियो बनाया गया था। बीएमसी आयुक्त इकबाल चहल को अवैध स्टूडियो के बारे में बहुत पहले से पता था। लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं की। इसके बाद हमने अदालत का दरवाजा खटखटाया। अदालत ने बीएमसी से सवाल किया कि अवैध निर्माण की अनुमति कैसे दी गई? मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मामले की जाँच का आदेश देने का अनुरोध किया है।”

एनजीटी का आदेश…

राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने अपने आदेश में कहा था कि अस्थाई निर्माण के लिए अनुमति ली गई थी। लेकिन फिल्म स्टूडियो में स्टील और कंक्रीट समेत कई अन्य सामग्री का उपयोग कर स्थाई निर्माण किया गया था। स्टूडियो निर्माण करने वाले व्यक्ति का दावा है कि निर्माण पर्यावरण के अनुकूल है। लेकिन जाँच में पाया गया है कि पूरा निर्माण कार्य नियमों की अनदेखी कर किया गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया