ईसाई लड़का-मुस्लिम लड़की, सनातन धर्म में वापसी कर लिए सात फेरे: बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में हुआ विवाह

नूर और सुमित ने हिन्दू धर्म अपनाकर की शादी

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक ईसाई लड़के और मुस्लिम लड़की ने हिन्दू विधि-विधान से शादी की है। शादी बुधवार (30 मार्च 2022) को बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में सम्पन्न हुई। बाराती और घराती हिन्दू संगठन के लोग बने। कन्यादान मंदिर के महंथ ने किया। मंदिर के महंथ केके शंखधर ने इसकी जानकारी दी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईसाई दूल्हे का नाम सुमित और मुस्लिम दुल्हन का नाम नूर बी है। सुमित बरेली और नूर बी पीलीभीत की रहने वाली है। दोनों 12वीं कक्षा से एक-दूसरे से परिचित थे। बाद में शादी का फैसला किया तो धर्म के आधार पर विरोध हुआ। सुमित को सनातन संस्कार पसंद थे इसलिए उसने नूर से हिन्दू बन शादी का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव को नूर ने तुरंत मान लिया।

इस शादी में सुमित के हिन्दू दोस्तों ने बहुत मदद की। हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता दोनों को लेकर बरेली के अगत्स्य मुनि के आश्रम आए। यहाँ के महंथ पंडित केके शंखधार को पूरी बात बताई। सुमित और नूर ने अपने बालिग होने के सबूत पेश किए। इसके बाद दोनों की सनातन धर्म में वापसी करवाकर शादी आश्रम में करवाई गई। नूर को नया नाम निशा मिला है। शादी के बाद वह पति के साथ ससुराल चली गई।

शादी के बाद सुमित और निशा ने सनातन धर्म के संस्कारों को पालन करने का संकल्प लिया। निशा ने बताया, “मैं बालिग हूँ। सभी फैसले सोच-समझकर लिए हैं। मैं अपने पति के साथ दूर किसी और शहर में जाकर चैन से रहूँगी। मैं माँ दुर्गा की भक्त हूँ। आने वाले नवरात्रि से मैं उनका व्रत भी रखूँगी।”

शादी करवाने वाले महंथ को मिलती रही है धमकी

ऑपइंडिया ने इस शादी को करवाने वाले अगत्स्य मुनि आश्रम के महंथ केके शंखधार से बात की। उन्होंने बताया, “नूर के अब्बा का नाम बाबू बख्स है। वे खेती-किसानी करते हैं। शादी के बाद लड़की के परिवार वालों ने सुमित और उसके परिवार के खिलाफ पीलीभीत जिले के जहानाबाद थाने में FIR दर्ज करवाया है। लड़की के अपहरण का आरोप लगाया गया है। अब कोर्ट और पुलिस को लड़की के दिए बयान पर आगे की कार्रवाई होगी। लड़की बालिग है और MA की छात्रा है। उसने शादी के लिए शपथ-पत्र भी दे रखा है। सुमित केस दर्ज होने के बाद से काफी डरा हुआ है।” उन्होंने बताया शपथ पत्र में नूर ने लिखा, “विवाह से पूर्व मेरा शुद्धिकरण (घर वापसी) करवाया जाना आवश्यक है।”

महंथ के के शंखधार ने बताया, “मैं कमलेश तिवारी के सगंठन से जुड़ा हुआ हूँ। जिन्होंने कमलेश तिवारी की हत्या की थी वो पहले मुझे भी फोन कर अपने साथ बरेली से कमलेश तिवारी के घर चलने का ऑफर किए थे। इसके अलावा मुझे जैश-ए-मोहम्मद का नाम बताकर धमकी भी आ चुकी है। पहले सुरक्षा के लिए मुझे 2 पुलिसकर्मी दिए गए थे। लेकिन फ़िलहाल के लिए मेरी सुरक्षा में कोई नहीं है।” हालाँकि पीलीभीत के जहानाबाद थाने के एचएचओ ऑपइंडिया ने इस मामले में लड़की के पिता की ओर कोई केस दर्ज करवाए जाने से इनकार किया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया