अयोध्या में ‘टेंट सिटी’ भी बसा रही योगी सरकार, राम मंदिर से बस 1 किमी होगी दूर: 15000 वर्गमीटर में श्रद्धालुओं के लिए बनेंगे 200 तम्बू

टेंट सिटी की सांकेतिक तस्वीर (साभार: यूपी सरकार)

उत्तर प्रदेश की धर्मनगरी अयोध्या को सरकार सिर्फ धर्मस्थल के तौर पर ही नहीं, बल्कि पर्यटन स्थल पर विकसित करने की योजना बना रही है। योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) ने राम मंदिर से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर 200 ‘टेंट सिटी’ बनाने का फैसला किया है। इनमें अगले साल के अंत से ठहरा जा सकता है।

अयोध्या आने वाले पर्यटकों के लिए 15,000 वर्गमीटर के दायरे में बनाया जा रहा टेंट सिटी यह अयोध्या में आने वाले कई नए होटलों की योजना का हिस्सा है। इनमेें प्रमुख पाँच सितारा होटल भी शामिल हैं। बता दें कि अयोध्या में राममंदिर का पट खुलने की तारीख तय हो गई है।

अयोध्या घुमने आने वाले पर्यटकों के लिए टेंट सिटी सालों भर खुला रहेगा। यह सिटी पर्यटकों को भारत की एक अलग झलक पेश करेगा। बता दें कि अगले दशक तक तैयार होने वाले टेंट सिटी को PPP मॉडल पर विकसित किया जा रहा है। इसमें उत्तर प्रदेश सरकार भूमि प्रदान करेगी और लाइसेंस शुल्क वसूल करेगी।

न्यूज 18 द्वारा हासिल किए गए दस्तावेजों के अनुसार, “प्रस्तावित टेंट सिटी आने वाले लोगों को एक अद्वितीय और आरामदायक शिविर अनुभव प्रदान करेगा। इससे वे शहर की संस्कृति और आध्यात्मिकता में खुद को समायोजित कर पाएँगे। इस परियोजना का उद्देश्य प्राकृतिक परिवेश और क्षेत्र के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को संरक्षित करते हुए आधुनिक सुविधाओं की पेशकश करना है।”

दस्तावेज में कहा गया है कि सरयू नदी पर बसा अयोध्या दुनिया के सबसे प्राचीन शहरों में से एक है। यहाँ पर प्राचीन मंदिर और शानदार घाट हैं, जो भारत के समृद्ध इतिहास और संस्कृति को प्रदर्शित करता है। दस्तावेज़ में कहा गया है कि एक तम्बू का न्यूनतम आकार 250 वर्ग फुट होगा।

योगी आदित्यनाथ की सरकार टेंट सिटी में हाई क्वालिटी सर्विस की योजना बना रही है। इनमें कम-से-कम 200 टेंटों में टॉयलेट, रिसेप्शन/फ़ोयर क्षेत्र, रेस्तरां, रसोई, भोजन क्षेत्र और वीआईपी लाउंज के साथ कई मनोरंजक गतिविधियाँ शामिल हैं।

यूपी सरकार का कहना है, “निजी पार्टी टेंट सिटी क्षेत्र में संचालन, टेंट की बिक्री, रेस्तरां, मनोरंजक गतिविधियों से राजस्व की हकदार होगी और लाइसेंस समझौते पर हस्ताक्षर करने के दो महीने के भीतर संचालन शुरू करने के लिए कहा जाएगा।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया