‘कुछ भी हो जाए, नहीं बनेंगे मुसलमान’ – इस्लाम कबूल चुके चचेरे ससुर की धमकी का UP की जौनपुर वाली बहु ने दिया जवाब

महिला और उसके परिवार पर बनया जा रहा जबरन धर्मांतरण का दबाव

कुछ ही समय पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश के अयोध्या से ईसाई धर्मांतरण की खबरें आई थीं। अब वहाँ से कुछ ही दूर जिला जौनपुर में धर्मान्तरण का दबाव बनाने की खबर ने फिर से हलचल मचा दी है।

मिल रही जानकारी के अनुसार पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिला जौनपुर की कोतवाली क्षेत्र के मजडीहा गाँव की एक महिला ने कुछ समय पूर्व इस्लाम कबूल चुके अपने ही रिश्ते के चचिया ससुर (चचेरे ससुर) पर शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना के साथ जबरन मुस्लिम बनाने का दबाव का आरोप लगाया है।

इस पूरे मामले में महिला का कहना है कि उसने इसकी शिकायत जब स्थानीय थाने से की तो उनकी सुनवाई नहीं हुई। बहुत मुश्किलों के बाद पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप पर केस दर्ज हो पाया, जिस से आरोपित के हौसले बुलंद होते गए।

इस प्रकरण में पीड़िता मनीता प्रजापति (पत्नी का नाम जितेंद्र) द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया गया है कि उसका चचिया ससुर सालिक पुत्र महाबल कई वर्ष पहले मुस्लिम बन गया है और वह स्वयं को मोहम्मद सालिक कहता है।

पीड़िता के अनुसार अब वो बारी-बारी बाकी सबको इस्लाम कबूल करवाने का दबाव बनाने लगा है। सबसे पहले उसने अपने भाई अर्थात पीड़िता के ससुर लोरिक प्रजापति का धर्मांतरण करवाना चाहा था। उन्होंने हालाँकि अपने धर्मांतरित भाई की बात नहीं मानी।

पीड़िता का कहना है कि ससुर की मौत हो जाने के बाद मो. सालिक पीड़िता और उसके पूरे परिवार को पहले लालच दिया और जब बात नहीं बनी तब पूरे परिवार को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा।

इतना ही नहीं, शिकायत में भी ये कहा गया है कि अपने मंसूबों में असफल मोहम्मद सालिक ने पीड़िता की पूरी संपत्ति हड़पने और उसे जान से मारने की भी धमकी दी है। पीड़िता के अनुसार उसके पति जितेंद्र पर मोहम्मद सालिक कई बार जानलेवा हमला भी करवा चुके हैं।

जौनपुर पुलिस इस पूरे मामले को आपसी पैसे के लेनदेन का मामला बता रही है। जौनपुर पुलिस के अनुसार प्रभारी निरीक्षक शाहगंज द्वारा अवगत कराया गया कि पैसों के लेनदेन को लेकर दोनों पक्ष आपस में विवाद किए थे, जिसमें जितेन्द्र प्रजापति की तहरीर पर मो. सालिक के विरुद्ध एनसीआर पंजीकृत किया गया है। शांति व्यवस्था के दृष्टिगत दोनों पक्षों का चालान धारा 151/107/116 CrPC के अन्तर्गत किया गया है।

पीड़िता ने पुलिस के अब तक के एक्शन पर असंतोष जताते हुए कहा है कि कुछ भी हो जाए, वो मुस्लिम नहीं बनेंगी। आरोप है कि पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, उल्टे शांति भंग के नाम पर उनके ही पति जितेंद्र का चालान कर दिया गया।

सुनिए इस प्रकरण में पीड़िता का बयान और उस पर जौनपुर पुलिस का आधिकारिक जवाब-

https://twitter.com/jaunpurpolice/status/1443835608472817666?ref_src=twsrc%5Etfw

आधिकारिक व सामाजिक रूप से धर्मांतरण भारत के हिन्दू समाज की एक विकराल समस्या बनी हुई है, जिसको रोकने के लिए तमाम शासकीय कदम उठाए जा रहे हैं। यहाँ गौर करने योग्य है कि अभी हाल में ही उत्तर प्रदेश के ही कानपुर में एक वरिष्ठ IAS अधिकारी इफ्तिखारुद्दीन का भी धर्मान्तरण कनेक्शन वायरल वीडियो के रूप में सामने आया था, जिसकी जाँच SIT कर रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया