बुजुर्ग माँ की दुहाई दे सोशल मीडिया में प्रोपेगेंडा बो रहा था ‘हिस्ट्रीशीटर’ कफील खान, UP पुलिस ने बताया पूरा माजरा

कफील खान (फाइल फोटो)

गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की हुई मौत के मामले में आरोपित डॉक्टर कफील खान ने 19 जनवरी 2022 (बुधवार) को उत्तर प्रदेश पुलिस पर ज्यादती का आरोप लगाते हुए एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उसने पुलिस पर अपने परिजनों को परेशान करने का आरोप लगाया। कफील खान ने लिखा, “मैं केरल में हूँ। अपनी किताब लोगों तक पहुँचाने के लिए। उत्तर प्रदेश चुनाव से दूर। बच्चों के इलाज में व्यस्त। पर बर्दाश्त नहीं। पुलिस भेज कर मेरी 70 साल की ज़ईफ़ माँ को डरा-धमकाकर क्या साबित करना चाहते हैं? गिरफ़्तार करना चाहते हैं, मारना चाहते हैं? कर लो मैं डरता नहीं साहब।”

कफील खान के ट्वीट करते ही लिबरल गैंग उसके प्रोपेगेंडा को हवा देने में लग गया। कॉन्ग्रेसी मुखपत्र नेशनल हेराल्ड के न्यूज़ एडिटर एश्लिन मैथ्यू (Ashlin Mathew) ने लिखा, “जब कफील खान केरल में अपनी किताब ‘द गोरखपुर हॉस्पिटल ट्रेजिडी’ का प्रमोशन कर रहे हैं, तब UP पुलिस उनके घर पहुँची है। घर में उनकी 70 वर्षीया माँ ही रहतीं हैं। उन्हें चेतावनी देते हुए सवाल जवाब करती है।” एश्लिन ने कफील के भाई अदील खान के हवाले से बताया कि पुलिस ने कफील को व्यक्तिगत रूप से थाने में पेश होने को कहा है।

मिली गैज़ेट ने लिखा, “सबसे मासूम पुलिस चिंतित है एक हिस्ट्रीशीटर डॉक्टर के बारे में। डॉक्टर कफील आने वाले चुनावों में समस्या खड़ी कर सकते हैं।”

इन आरोपों का जवाब देते हुए गोरखपुर पुलिस ने बताया है कि कफील खान हिस्ट्रीशीटर है। थाना राजघाट में उसकी हिस्ट्रीशीट दर्ज है। चुनावों को ध्यान में रखते हुए सभी हिस्ट्रीशीटरों के सत्यापन की कार्रवाई चल रही है। इसी क्रम में राजघाट थाना पुलिस कफील के घर गई थी। परिजनों ने पुलिस को बताया कि वे काम से बाहर गए हुए हैं।

कॉन्ग्रेस पार्टी के एर्नाकुलम से सांसद हिबी ईडन (Hibi Eden) ने केरल में कफील खान की पुस्तक का विमोचन किया है। कफील खान के साथ किताब के विमोचन को कॉन्ग्रेस के सांसद ने ‘गर्व का क्षण’ बताया है। गौरतलब है कि गोरखपुर के अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत के मामले में यूपी सरकार ने नवम्बर 2021 में डॉक्टर कफील खान को बर्खास्त कर दिया था। CAA के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान कफील खान पर AMU में उत्तेजक भाषण देने का आरोप था। इसी आरोप के चलते फरवरी 2020 में उस पर NSA लगाया गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया