दलित छात्राओं को कमरे में बुला कर गंदी हरकत करता था प्रिंसिपल आसिफ जमाल, चुप रहने के लिए 10 रुपए का लालच: अभिभावकों के प्रदर्शन के बाद निलंबित

शाहजहाँपुर के स्कूल में छात्राओं के साथ यौन शोषण, आरोपित है प्रिंसिपल (प्रतीकात्मक चित्र साभार: Bing AI)

उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य ने गुरू और शिष्य के रिश्ते को कलंकित कर डाला है। वो कक्षा 5 की छात्राओं के साथ अश्लील हरकत करता रहा, लेकिन जब कुछ छात्राओं से ये बर्दाश्त नहीं हुआ तो उन्होंने इसकी शिकायत अपने घरवालों से कर डाली।

छात्राओं के अभिभावकों ने शुक्रवार (13 अक्टूबर, 2023) को स्कूल पहुँच कर विरोध किया। इसके बाद आरोपित प्रभारी प्रधानाचार्य 42 साल के आसिफ जमाल को स्कूल से निलंबित कर दिया गया। पुलिस के मुताबिक, रोजा पुलिस थाने में आरोपित के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 की धाराओं के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

रोजा पुलिस थाना के तहत आने वाले इस सरकारी प्राथमिक विद्यालय में प्रभारी प्रधानाचार्य के पद पर तैनात आसिफ जमाल 5वीं कक्षा की छात्राओं के साथ गलत हरकत करता था। बीते डेढ़ महीने से ये सिलसिला चल रहा था। छात्राओं ने इसकी शिकायत वहाँ तैनात महिला शिक्षिका से भी की, लेकिन उन्होंने छात्राओं को डाँटकर चुप करवा दिया।

आखिरकार जब बच्चियों से नहीं सहा गया तो इनमें से कुछ ने अपने घरवालों को उसकी करतूत बता दी। शुक्रवार को दोपहर कई अभिभावकों ने स्कूल पहुँचकर हंगामा किया। जब उन्होंने इस बारे में आरोपित से बात करने की कोशिश की तो वो भड़क गया। इसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी को फोन पर रणवीर सिंह को फोन कर इसकी शिकायत की। इसके बाद वो स्कूल पहुँचे और उन्होंने छात्राओं और अभिभावकों के बयान लिया। शाम को उन्होंने अभिभावकों को बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी विनय मिश्र से रिपोर्ट माँगी गई थी। इसके बाद आरोपित को निलंबित कर दिया गया।

वहाँ पहुँचे अभिभावकों के मुताबिक, उनकी बेटियाँ लंबे वक्त से घर में गुमसुम रहती थीं। स्कूल से आने के बाद परिवार में भी किसी से ज्यादा बात नहीं करती थीं। गुरुवार (12 अक्टूबर, 2023) की शाम दो लड़कियों ने आरोपित के अपने कमरे में बुलाकर गंदी हरकत की जानकारी अपने घरवालों को दी।

इसके साथ ही उन्होंने अपनी साथी छात्राओं के शोषण के बारे में भी खुलासा किया। इसके बाद ही अभिभावक स्कूल पहुँचे थे। इस दौरान 7-8 बच्चियाँ स्कूल पहुँची थीं। उनके मुताबिक, प्रधानाचार्य आए दिन बहाने से अपने कमरे में बुलाकर गंदी बातें और गंदी हरकत करता था। फिर ये अक्सर होने लगा तो उन्होंने इसकी शिकायत स्कूल की शिक्षिका से की थी, लेकिन उन्होंने डाँट कर चुप करा दिया।

फोटो साभार: ‘दैनिक जागरण’ समाचारपत्र

गौरलतब है कि इससे पहले भी कुछ वक्त पहले आरोपित शिक्षक छात्राओं के साथ छेड़खानी कर चुका है। शिकायत के बाद इसने अभिभावकों से माफी माँगी थी और ऐसा न करने का वादा किया था, लेकिन ये अपनी हरकतों से बाज नहीं आया।

वहीं पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा के मुताबिक, रोजा पुलिस थाने के तहत आने वाले सरकारी प्राथमिक विद्यालय के आरोपित प्रधानाध्यापक आसिफ जमाल की हरकतों के बारे में शुक्रवार को पता चला। उन्होंने कहा, एक छात्रा के अभिभावक ने शिकायत में आरोप लगाया कि आरोपित ने कक्षा में उनकी लड़की के साथ अश्लील हरकत की थी और चुप रहने के लिए 10 रुपए दिए।

उन्होंने आगे बताया कि जब वे पूछताछ करने के लिए स्कूल जाने पर अन्य छात्राओं ने भी शोषण की बात कही। जाँच के बाद प्रधानाध्यापक के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया।

सीओ सदर अमित चौरसिया के मुताबिक आरोपी के खिलाफ को हिरासत में लिया गया है। बच्चियों और उनके अभिभावकों से भी घटना के बारे में जानकारी ली गई है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ बेसिक शिक्षा अधिकारी रणवीर सिंह ने बताया कि भावलखेड़ा विकास खंड के एक स्कूल से उन्हें छात्राओं के साथ एक शिक्षक के अश्लील हरकत की जानकारी फोन पर मिली। इसके बाद वो स्कूल पहुँचे थे।

उन्होंने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी विनय मिश्रा से रिपोर्ट माँगने के बाद आरोपित शिक्षक को निलंबित कर दिया गया। मामले की जाँच के लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है। इसमें एक महिला सदस्य भी होंगी। उन्होंने कहा कि जाँच के बाद आगे की विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया