इस बात में कोई संदेह नहीं है कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के लिए तबलीगी जमात के लोग जिम्मेदार हैं। पूरा देश इस समय उन्हें, उनकी हरकतों के लिए कोस रहा है। इस बीच शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने भी इस जमात पर एक गंभीर आरोप लगाया है।
उनका कहना है कि इन जमातियों का उद्देश्य पूरे देश में 1 लाख से ज्यादा लोगों को मारने का था। उनका आरोप है कि ये जमात इस समय मलेशिया में छिपे भगौड़े जाकिर नाइक की बी टीम की तरह काम कर रही है और इन्हीं जमातियों की मदद से उसने भारत में आत्मघाती हमले की साजिश रची है। गुरुवार को दिए इस बयान को शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ने किस आधार पर बोला, ये निश्चित ही पड़ताल के बाद मालूम होगा। लेकिन अभी उनके इस खुलासे ने हलचल मचा दी है।
उन्होंने कहा कि मुमकिन है कि इस साजिश में मलेशिया में रह रहे जाकिर नाइक भी शामिल हों। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मलेशिया के जमाती मिल रहे हैं, उससे जाकिर नाइक की साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि तबलीगी जमात जाकिर नाइक की बी टीम की तरह काम कर रहा है।
इसके बाद, देश में लगातार डॉक्टरों के साथ मारपीट करने की जमातियों की खबर पर वसीम रिजवी ने कहा कि डॉक्टरों को परेशान करके उनका मनोबल कम करने की कोशिश की जा रही है। यह भी इन सभी तबलीगी जमातियों की साजिश का एक हिस्सा है।
https://twitter.com/PureDehati/status/1248314318908579840?ref_src=twsrc%5Etfwबता दें, वसीम रिजवी के इस बयान के बाद इसपर सियासत तेज हो गई है। शिया धर्म गुरु सैय्यद मोहम्मद मेंहदी ने वसीम रिजवी के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘वसीम क्राइम ब्रांच अथवा सीबीआई के डायरेक्टर हैं क्या जो इन्हें इस तरह की जानकारी मिल रही है? साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए यह भी कहा कि उनके (रिजवी) बयान से साफ है कि वे साजिशकर्ताओं के संपर्क में है जिसके कारण उन्हें इस तरह की जानकारी मिली है, इसलिए सबसे पहले इन्हें जेल में डालकर इनसे पूछताछ होनी चाहिए। उन्होंने कहा रिजवी जैसे लोग सांप्रदायिकता की राजनीति कर रहे है और समाज में विद्वेष फैला रहे है।
धर्मगुरु का कहना है कि राम मंदिर के फैसले के समय भी वसीम रिजवी ने उल्टे सीधे बयान देकर समाज को बाँटने का प्रयास किया था और अब जमातियों के बारे में बयान दिया जा रहा है। उन्होंने वसीम रिजवी को सलाह देते हुए कहा कि वो शिया वक्फ़ बोर्ड के चेयरमैन हैं इसलिए वो वक्फ़ की बात करें और उसकी भलाई के बारे में सोचें यही उनके लिए बेहतर है। उन्होंने कहा कि रिजवी जितना षडयंत्र यह बता रहे हैं और कह रहे हैं कि जमाती एक लाख लोगों को मारना चाहते हैं तो इस संबंध में उन्हें सुबूत देना चाहिए।
गौरतलब है कि वसीम रिजवी इससे पहले ईरान से एक फतवा मँगाकर इन तबलीगी जमातियों के खिलाफ कार्रवाई की माँग कर चुके हैं। वसीम ने कहा था कि ईरान के फतवे में यह कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति महामारी को फैलाता है तो इसका जिम्मेदार वही होता है। अगर इसकी वजह किसी की मौत हो जाती है तो उसका जि़म्मेदार भी वही होगा। इतना ही नहीं इलाज का पूरा खर्चा भी उसी को देना होगा। लिहाजा मरकज के मुखिया होने के नाते मौलाना साद से जुर्माना वसूला जाए।