बंगाल की अवैध फैक्ट्री में विस्फोट से 8 मौतें, BJP नेता शुभेंदु बोले – बनाया जा रहा था बम: मलबे में दबे कई लोग, आसपास के घर भी क्षतिग्रस्त

बंगाल ब्लास्ट (साभार: स्क्रीनशॉट)

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के दत्तपुकुर इलाके में एक 27 अगस्त 2023 दिन रविवार की सुबह भयानक विस्फोट हुआ। इसमें अब तक 8 लोगों के मारे जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि यह विस्फोट एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुआ। वहीं, भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि यह विस्फोट बम बनाते समय हुआ है।

यह विस्फोट इतना भयंकर था कि आसपास के घर भी ध्वस्त क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लोगों का कहना है कि मृतकों की संख्या अभी बढ़ सकती है। मलबे में अभी कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, 10 से अधिक लोग घायल हैं। बता दें कि इससे पहले बंगाल के एगरा, बजबज में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट की घटनाएँ सामने आ चुकी हैं। इनमें भी कई लोगों की मौत चुकी है।

यह घटना राजधानी कोलकाता से लगभग 30 किलोमीटर उत्तर में स्थित दत्तापुकुर पुलिस थाना क्षेत्र में नीलगंज के मोशपोल इलाके में हुई। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कई घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। धमाका इतना तेज था कि जिस घर में विस्फोटक रखा था, वह पूरी तरह ढहकर मैदान बन गया। इस दौरान पीड़ितों के जले हुए और क्षत-विक्षत शव सड़कों पर आ गए।  

इस घटना को लेकर पश्चिम बंगाल विधानसभा में विरोधी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा, “पश्चिम बंगाल में एक और विस्फोट। इस बार यह 24 परगना के दत्तपुकुर में हुआ है। अभी भी शवों की गिनती की जा रही है। संभवतः 10 से अधिक शव होंगे। खड़ीकुल गाँव में टीएमसी के भानु बाघ द्वारा संचालित बम बनाने वाली इकाई में विस्फोट में एक दर्जन लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद बंगाल सरकार ने पटाखा उद्योग को विनियमित करने के बारे में बड़े दावे किए थे।”

उन्होंने कहा, “सीएम ने कहा था कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी अवैध फैक्ट्रियाँ अब अस्तित्व में न रहें और राज्य मंत्रिमंडल ने ‘हरित पटाखों के निर्माण के लिए क्लस्टर’ स्थापित करने का निर्णय लिया था। इस पर विचार करने के लिए मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था। ऐसा लगता है कि यह उस समय तनाव और सार्वजनिक आक्रोश को फैलाने के लिए महज एक प्रचार स्टंट था।”

भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने आगे कहा, “पश्चिम बंगाल सरकार होने के नाते पश्चिम बंगाल सरकार इस मुद्दे पर अपने पैर खींच रही है और निगरानी की तो बात ही छोड़िए, उसने कोई प्रगति भी नहीं की है। वे इस बार भी कोई कार्रवाई नहीं करेंगे और धैर्यपूर्वक मीडिया का ध्यान कम होने का इंतजार करेंगे। टीएमसी पार्टी के हित इन अवैध विस्फोटक निर्माण इकाइयों से जुड़े हुए हैं। टीएमसी के गुंडों द्वारा कोई भी विनियमन या निगरानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया