बिकनी वाली प्रोफेसर को ₹99 करोड़ की मानहानि का नोटिस: फोटो को घूर रहा था छात्र, इसलिए सेंट जेवियर्स से देना पड़ा था इस्तीफा

बिकनी वाली प्रोफेसर को मानहानि का नोटिस (प्रतीकात्मक तस्वीर)

बिकनी वाली फोटो के कारण जिस महिला प्रोफेसर को कथित तौर पर कोलकाता के सेंट जेवियर्स कॉलेज से इस्तीफा देना पड़ा था, अब उन्हें 99 करोड़ रुपए की मानहानि का नोटिस भेजा गया है। यह नोटिस विश्वविद्यालय ने भेजा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महिला प्रोफेसर इस नोटिस को अदालत में चुनौती दे सकती हैं।

महिला प्रोफेसर ने दावा किया था स्विमिंग सूट में तस्वीरें पोस्ट करने के कारण उन्हें पिछले साल अक्टूबर में इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था। उनके खिलाफ एक अभिवावक ने शिकायत की थी, जिसने अपने बेटे को सोशल मीडिया में उनकी तस्वीर को घूरते देखा था। हालाँकि विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि महिला ने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया था।

इस घटना के बाद से महिला प्रोफेसर दूसरे राज्य में रह रही हैं। उनका कहना है कि वह इस महीने कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta HC) में मानहानि नोटिस के खिलाफ याचिका दायर करेंगी। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने उनसे ‘बिना शर्त माफी’ माँगने और सेंट जेवियर्स की छवि धूमिल करने के लिए मुआवजे के रूप में 99 करोड़ रुपए की माँग की है।

अभिवावक की शिकायत के बाद महिला प्रोफेसर ने जाधवपुर थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने अपना इंस्टाग्राम अकाउंट हैक होने की आशंका जताई थी, क्योंकि उनकी तस्वीर उनके फॉलोअर्स के अलावा कोई नहीं देख सकता। जिस अभिवावक ने शिकायत की थी उसका बेटा सेंट जेवियर्स का ही छात्र है।

विश्वविद्यालय अधिकारियों से की गई शिकायत में कहा गया था, “हाल ही में मेरा बेटा प्रोफेसर की बिकनी वाली तस्वीर देख रहा था। मैं दंग रह गया। इंस्टाग्राम पर जानबूझकर अंग प्रदर्शन करते इस तरह की तस्वीरें शेयर की गईं थीं। एक प्रोफेसर को सोशल मीडिया पर अपनी बिकनी वाली तस्वीरें अपलोड करते हुए देखना अभिभावक के रूप में मेरे लिए बेहद शर्मनाक है, क्योंकि मैंने अपने बेटे को इन सबसे दूर रखने की कोशिश की है। यह अश्लील, असभ्य और अनुचित है। एक 18 वर्षीय छात्र अपनी प्रोफेसर को सार्वजनिक मंच पर अंग प्रदर्शन करते हुए देखता है, यह बहुत गलत है।”

इसके बाद सेंट जेवियर्स के कुलपति और अन्य अधिकारियों के साथ एक बैठक में प्रोफेसर से इस मामले पर स्पष्टीकरण माँगा गया था। इसको लेकर उन्होंने कहा था कि किसी भी परिस्थिति में कोई भी छात्र उन तस्वीरों तक नहीं पहुँच सकता है, जो उन्होंने विश्वविद्यालय ज्वाइन करने से दो महीने पहले इंस्टाग्राम पर पोस्ट की थीं, क्योंकि तब तक उनकी तस्वीरें अपने आप ट्रैश सेक्शन में चली जाती थीं। उन्होंने तर्क दिया कि उनका इंस्टाग्राम अकाउंट प्राइवेट है। इसलिए उनकी तस्वीरें उनके फॉओअर्स के अलावा कोई नहीं देख सकता। साथ ही पूर्व प्रोफेसर ने दावा किया था है हो सकता है उनका इंस्टाग्राम अकाउंट हैक कर लिया गया हो और वहीं से उनकी निजी तस्वीरें लीक कर दी गई हों।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया