हरियाणा पुलिस ने यूट्यूब चैनलों के दावों को नकारा: वीडियो में दिखाया था – ‘नल्हड़ मंदिर के आसपास की पहाड़ियों में बिखरे पड़े महिलाओं के कटे-फटे कपड़े’

महिलाओं के साथ बदसलूकी एंगल को हरियाणा पुलिस ने नकारा

हरियाणा के मेवात में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार हुआ है, कुछ यूट्यूब चैनलों ने ऐसा दावा किया। नल्हड़ मंदिर के पास लड़कियों और महिलाओं के कपड़े बिखरे पड़े मिले हैं, ऐसा भी इन वीडियो में दिखाया गया। हरियाणा पुलिस ने इन सभी दावों को नकार दिया है। नूहं के नलहड़ मंदिर के पुजारी दीपक शर्मा ने भी इसे अफवाह ही बताया है।

हरियाणा पुलिस की प्रतिक्रिया से पहले ‘लीडिंग भारत टीवी’ ने अपने वीडियो में दावा किया कि एक पहाड़ी के पास महिलाओं, लड़कियों, छोटे-छोटे बच्चों के कपड़े फ़टे पड़े मिले। वहाँ खड़े लोगों से बात करके दावा किया गया कि कपड़े जबरदस्ती फाड़े गए मालूम होते हैं। यह भी दावा किया कि कई महिलाएँ गायब हैं।

‘हिंदुस्तान 9 UP’ नामक चैनल की ग्राउंड रिपोर्ट में दावा किया गया कि मुस्लिम भीड़ ने दंगे किए। इनके वीडियो में एक स्थानीय व्यक्ति ने पूछा कि दंगाइयों में शामिल लोग अपनी पिछली पीढ़ियों के नाम जब लेंगे तो ज़रूर उनके पूर्वज हिन्दू रहे होंगे।

‘लीडिंग भारत टीवी’ की तरह ‘हिंदुस्तान 9 UP’ के वीडियो में भी एक बुजुर्ग शख्स ने दावा किया कि महिलाओं से बदसलूकी की गई है, उन्हें खींच कर ले जाया गया है। जो लोग इस वीडियो में बात कर रहे, उनका कहना है कि ड्रोन से घरों में सर्वे किया जाए, छतों पर पत्थर जमा करने वालों की पोल खोली जाए।

हरियाणा पुलिस ने ‘महिलाओं से बदसलूकी’ दावे को नकारा

‘महिलाओं से बदसलूकी’ संबंधी रिपोर्ट आने के बाद हरियाणा की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) ममता सिंह ने कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है क्योंकि वह खुद मौके पर मौजूद थीं।

दैनिक जागरण ने एक वीडियो पोस्ट किया। इसमें एडीजीपी ममता सिंह कह रही हैं:

“सोशल मीडिया पर एक नैरेटिव चल रही है कि जिस दिन श्रद्धालु नल्हड़ मंदिर में फँसे थे, इस दौरान वहाँ कुछ महिला भक्तों के साथ बलात्कार जैसे भयानक अपराध हुए। मैं आपको बताना चाहूँगी कि यह झूठ है, पूरी तरह अफवाह है। मैं यह आधिकारिक तौर पर कह रही हूँ क्योंकि मैं पूरी घटना के दौरान वहाँ मौजूद थी। किसी भी महिला के साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ। हम पहले ही साफ कर चुके हैं कि वहाँ वास्तव में क्या हुआ था।”

इसी वीडियो में उन्होंने आगे कहा कि ऐसे अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

नलहड़ मंदिर नूहं के पुजारी दीपक शर्मा ने बताया अफवाह

ऑपइंडिया ने इस पूरे मामले पर पुलिस के पक्ष के अलावा जहाँ से हिंसा की शुरुआत हुई, उस नलहड़ मंदिर के पुजारी से भी बात की। पुजारी दीपक शर्मा ने बताया कि एक नहीं बल्कि कई अफवाहें इस क्षेत्र में उड़ाई जा रही हैं। किसी एक महिला पत्रकार के भी पहाड़ो में फँसे होने की अफवाह उन्होंने बताई। साथ ही कहा कि चारों तरफ पुलिस और फोर्स भरी पड़ी है, तो ऐसा संभव ही नहीं है।

सड़क किनारे मिले महिलाओं के कपड़ों को लेकर नूहं के नलहड़ मंदिर के पुजारी दीपक शर्मा ने बताया कि संभवतः किसी ने सनसनी फैलाने के लिए फेंके होंगे या भगदड़ में किसी महिला के बैग आदि से छूट गए होंगे। उनके अनुसार इस मामले को भी पुलिस जाँच कर रही है।

नोट: इस रिपोर्ट को कुछ समय के लिए अनपब्लिश किया गया था। इसका कारण था लोकल मीडिया/यूट्यूब चैनलों द्वारा अपने वीडियो को डिलीट करना। इन्हीं वीडियो के आधार पर यह खबर बनी थी। इन वीडियो के सामने आने के बाद हरियाणा पुलिस की एडीजीपी ममता सिंह ने पुलिस-प्रशासन का पक्ष रखा था, वीडियो में किए गए दावों को खारिज किया था। हरियाणा पुलिस के पक्ष के अलावा नल्हड़ मंदिर के पुजारी से भी बातचीत कर अब दोबारा इस खबर को पब्लिश किया गया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया