डबिंग कलाकार भाग्यलक्ष्मी और महिला ‘एक्टिविस्ट्स’ दीया सना और श्रीलक्ष्मी अरकल सहित महिलाओं के एक समूह ने यूट्यूबर विजय पी नायर पर यूट्यूब पर महिलाओं का अपमान करने वाला वीडियो डालने के लिए हमला किया और उन पर मोटर ऑयल डाल दिया।
शनिवार (सितंबर 26, 2020) को तीनों महिला एक्टिविस्ट्स ने तिरुवनंतपुरम में डॉ. विजय पी नायर के कमरे में घुसकर हमला किया। चौंकाने वाली बात यह है कि स्वयंभू कार्यकर्ता दीया सना ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर इस घटना का लाइव वीडियो भी शेयर किया।
वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि भाग्यलक्ष्मी और दीया सना नामक दो महिलाओं ने यूट्यूबर को थप्पड़ मारा और उसके सिर पर काला तेल भी डाला। महिलाएँ एक वीडियो यूट्यूब पर डालने पर उसके घर पर गईं और फिर ऐसा करने के लिए थप्पड़ मारा।
जब महिलाएँ थप्पड़ मार रही थी, तो यूट्यूबर नायर हाथ जोड़कर माफी माँग रहे थे। महिला ‘एक्टिविस्ट्स’ ने उनसे अपने चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो को हटाने के लिए भी कहा।
https://twitter.com/IndiaGender/status/1309897138499772416?ref_src=twsrc%5Etfwइस बीच, वीडियो में नारीवादियों को बदनाम करने के लिए थानापूर पुलिस स्टेशन में नायर के खिलाफ एक शिकायत दर्ज की गई है। इन तीन महिला एक्टिविस्ट्स ने यूट्यूबर से जबरदस्ती लैपटॉप और अन्य गैजेट्स छीन लिए थे, जिन्हें पुलिस स्टेशन में जमा किया गया।
कथित तौर पर, इन महिला ‘एक्टिविस्ट्स’ ने एक महीने पहले उनके यूट्यूब चैनल पर नायर द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो को लेकर हमला किया। यूट्यूब वीडियो में नायर ने कथित तौर पर केरल में कुछ नाीवादियों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी। नायर ने “भारत में नारीवादियों, विशेष रूप से केरल में, अंडरवियर क्यों नहीं पहनती?” शीर्षक से एक वीडियो डाला था।
अपने YouTube चैनल ‘Vitrix scene’ में, नायर ने कथित रूप से नारीवादियों पर हमला करने के लिए कुछ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था और केरल में नारीवादियों पर सेक्स वर्कर्स होने का भी आरोप लगाया था।
पत्रकार निधेश के अनुसार, यूट्यूबर ने कथित तौर पर दावा किया था कि केरल के नारीवादी हर दिन आठ-नौ बार सेक्स करते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि डबिंग कलाकार हर फिल्म के बाद सेक्स करता है।
https://twitter.com/mknid/status/1310077810027802625?ref_src=twsrc%5Etfwइन महिला ‘कार्यकर्ताओं’ ने कथित तौर पर विजय नायर के खिलाफ केरल महिला आयोग, पुलिस साइबर सेल, महिला एवं बाल विकास विभाग के पास शिकायत दर्ज कराई। चूँकि इन अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की, इसलिए इन महिला ‘कार्यकर्ताओं’ ने कानून को अपने हाथों में ले लिया।
मीडिया से बात करते हुए, भाग्यलक्ष्मी ने कहा कि उन्हें चीजों को अपने हाथों में लेने के लिए मजबूर किया गया, क्योंकि अधिकारियों ने कई शिकायतों के बावजूद यूट्यूबर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
भाग्यलक्ष्मी ने मातृभूमि से कहा, श्रीलक्ष्मी अरकल ने पहले उनके खिलाफ प्रतिक्रिया दी थी। लेकिन जब हमें पता चला कि शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, तो हमने खुद ही इस पर रिएक्ट करने का फैसला किया। हमें पता था कि ऐसी टिप्पणियाँ होंगी। लेकिन मैं आपसे पूछती हूँ, जो शिकायत दर्ज की गई थी, उसका क्या हुआ?”