BSP के पूर्व MLA जुल्फिकार ने सरेंडर किए ₹100 करोड़, 40 देशों में भेजता है मीट: 35 ठिकानों पर पड़ी थी आयकर रेड

बसपा के पूर्व विधायक और मीट कारोबारी जुल्फिकार अहमद भुट्टो(फोटो क्रेडिट-वन इंडिया)

बसपा (BSP) के पूर्व विधायक और एचएमए ग्रुप के मालिक जुल्फिकार अहमद भुट्टो के 35 ठिकानों पर करीब 85 घंटे तक छापेमारी की गई। मांस निर्यातक भुट्टो के घर मैराथन छापेमारी शनिवार (5 सितंबर 2022) सुबह से मंगलवार(8 सितंबर 2022) शाम तक चली। इस दौरान कारोबारी ने आयकर विभाग के समक्ष 100 करोड़ रुपए की अघोषित रकम सरेंडर की।

देश के तीसरे नंबर के मीट निर्यातक ग्रुप एचएमए (HMA) का सालाना 2000 करोड़ रुपए का टर्नओवर है और वह 40 देशों में फ्रोज़न मीट का निर्यात करता है। आयकर विभाग ने वित्तीय अनियमितता देखकर कंपनी के दिल्ली, मुंबई, गाजियाबाद, कानपुर, उन्नाव, चंडीगढ़, मेरठ, रायपुर, आगरा सहित 12 शहरों के 35 ठिकानों पर छापेमारी की थी।

आयकर विभाग के 180 अफसरों की टीम ने पैरामिलिट्री फोर्स के साथ इन ठिकानों पर कार्रवाई की। अधिकारियों ने बताया कि आयकर विभाग द्वारा जब्त किए गए कागजात, लैपटॉप, मोबाइल आदि के विवरण की जाँच चलती रहेगी। जाँच टीम को भुट्टो के घर से करोड़ों रुपए की ज्वैलरी और नकदी भी बरामद हुई है। इसके साथ ही गैर-भाजपा शासित राज्यों में रियल एस्टेट में निवेश के कागजात भी मिले हैं।

आयकर विभाग के अधिकारियों को जाँच में कई चौंकाने वाली जानकारियाँ मिली हैं। मीट निर्यात के लिए एचएमए ग्रुप ने ‘मुखौटा’ कंपनियों के जरिए भुगतान किया और गरीब कर्मचारियों के बैंक खाते खुलवाकर उनमें करोड़ों रुपए का लेनदेन किया।

इसका खुलासा तब हुआ, जब आयकर अधिकारी पैरामिलिट्री फोर्स के साथ सोमवार को मंटोला में एचएमए ग्रुप के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी इसरार के घर पर पहुँचे। इसरार के खाते से करोड़ों रुपए का लेनदेन किया गया है, जबकि उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है।

आयकर अधिकारी पूछताछ के लिए इसरार को ले जाने पहुँचे तो वहाँ लोगों ने हंगामा कर दिया। इसके बाद आयकर विभाग के अधिकारी इसरार को अपने साथ तो नहीं ले जा सके, लेकिन उसे अपना पक्ष रखने के लिए दो दिन का वक्त दिया। माना जा रहा है कि आयकर जाँच में और भी कई खुलासे हो सकते हैं। 

इतना ही नहीं, आयकर अधिकारियों को एचएमए ग्रुप के इसरार अहमद समेत 14 कर्मचारियों के खातों में बड़ा लेनदेन मिला है। इन कर्मचारियों के हस्ताक्षर से भुगतान किया जा रहा था। माना जा रहा है कि ‘मुखौटा’ कंपनियों में इन कर्मचारियों को डायरेक्टर बनाया गया है। मीट निर्यात के लेनदेन में इन्हीं कंपनियों का उपयोग किया जा रहा था।

बेटी की शादी में किया था बेतहाशा खर्च

जुल्फिकार ने कुछ दिन पहले ही अपनी बेटी की शादी में बेतहाशा खर्च किया था। शादी में 20 हजार लोगों को शाही दावत की गई। लड़के पक्ष को करोड़ रुपए दहेज में दिए गए। यहाँ तक की निकाह पढ़वाने वाले को 11 लाख रुपए नगद और एक कार भी गिफ्ट की गई। इस शादी के बाद एचएमए ग्रुप के संचालक भुट्टो चर्चाओं में आ गए थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया