Virafin (PegIFN) को मंजूरी: कोरोना मरीजों की ऑक्सीजन आवश्यकता को करेगी नियंत्रित, जायडस कैडिला का दावा

जायडस की एंटी वायरल दवा को मिली डीजीसीआई की मंजूरी (सोर्स : News18)

जायडस कैडिला की विराफिन (Virafin) दवा को ड्रग्स जनरल कंट्रोलर ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) की आपातकालीन मंजूरी मिल गई है। विराफिन (Virafin) वयस्कों में Covid-19 के संक्रमण के ईलाज में उपयोगी है।

विराफिन (Virafin) ब्रांड नाम के इस दवा का ड्रग नाम है – पेगिलेटेड इन्टरफेरेन अल्फा-2b (Pegylated Interferon alpha-2b, PegIFN)। इसे बनाने वाली कंपनी जायडस ने दावा किया है कि एंटी वायरल दवा Virafin (PegIFN) से ईलाज करने के बाद 91.15% कोविड मरीजों की रिपोर्ट सातवें दिन निगेटिव आई है। इसके अलावा जायडस की यह दवा गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की ऑक्सीजन की आवश्यकता को भी कम करती है।

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जायडस कैडिला ने इसी महीने Virafin (PegIFN) दवा को अप्रूव करने का आवेदन दिया था। कंपनी ने बयान जारी करके कहा कि Virafin (PegIFN) से मरीजों में ऑक्सीजन सप्लिमेंट की जो आवश्यकता 84 घंटे की होती है, वो घटकर 56 घंटे की हो जाती है। जायडस के प्रेस रिलीज में यह भी कहा गया है कि Virafin (PegIFN) की सहायता से मरीज शीघ्रता से रिकवर कर रहे हैं।

प्रेस रिलीज में जायडस ने Virafin (PegIFN) के विषय में बताया कि मरीजों के लिए इस दवा का उपयोग सस्ता और आसान होगा। यह सिंगल खुराक आधारित दवा है। इसके अतिरिक्त इस दवा के बेहतर परिणाम हैं।

फार्मा कंपनी ने बताया कि Virafin (PegIFN) के उपयोग से अतिरिक्त ऑक्सीजन की आवश्यकता घट जाती है, जिससे यह पता चलता है कि दवा श्वसन से संबंधित कठिनाईयों और श्वसन तंत्र के निष्क्रिय होने से बचाने में सहायक है।

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर चिंताजनक स्तर पर पहुँच गई है। देश में रोजाना मिलने वाले मरीजों की संख्या 3 लाख से ऊपर हो गई है। तेजी से बढ़ते इस संक्रमण के बीच कई राज्य ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया