BJP सांसद को नहीं मिली भोजपुरी में शपथ लेने की अनुमति, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जताई आपत्ति

संसद सत्र का पहला दिन: मोदी-शाह सहित कई सांसदों ने ली शपथ

आज सोमवार (जून 17, 2019) को संसद का नया सत्र शुरू हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य नव-निर्वाचित सांसदों को प्रोटेम स्पीकर वीरेंदर कुमार ने शपथ दिलाई। वहीं बिहार स्थित महराजगंज के सांसद जर्नादन सिंह सिग्रीवाल ने जब भोपजपुरी में शपथ ग्रहण करने की इच्छा जताई, तब उन्हें रोक दिया गया। लोकसभा महासचिव ने कहा कि नियमानुसार यह संभव नहीं है क्योंकि भोजपुरी भाषा संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल नहीं है और जो भाषाएँ इस अनुसूची में शामिल नहीं होती हैं, उसमें शपथ लेने की अनुमति नहीं दी जा सकती। पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने इस नियम पर आपत्ति जताई।

https://twitter.com/ANI/status/1140511067295981569?ref_src=twsrc%5Etfw

सारण से सांसद चुने गए रूडी इस बात से नाराज़ थे कि भोजपुरी में शपथ लेने की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके बाद दोनों ही सांसदों ने हिंदी में शपथ ली। उधर दूसरी तरफ छिंदवाड़ा से कॉन्ग्रेस के टिकट पर सांसद चुने गए नकुल नाथ को पहली संसद तक छोड़ने के लिए ख़ुद उनके पिता व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भी साथ में पहुँचे। इन सभी सांसदों को कार्यवाहक अध्यक्ष वीरेंदर कुमार ने शपथ दिलाई। इस दौरान संसद पहुँचे प्रधानमंत्री मोदी ने एक स्वस्थ लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विपक्ष को अपने संख्याबल को लेकर चिंता करने की ज़रुरत नहीं है, उनकी हर बात सरकार के लिए मूल्यवान है। उन्होंने कहा कि सभी पक्ष और विपक्ष को छोड़ निष्पक्ष होकर कार्य करें।

प्रधानमंत्री ने आशा जताई कि विपक्ष के नेतागण लोकसभा की बहसों में सक्रियता से भाग लेंगे और खुले मन से अपनी बात रखेंगे। पश्चिम बंगाल से जीत कर आए भाजपा सांसदों बाबुल सुप्रियो और देवाश्री चौधरी ने भी शपथ ली। इन दोनों के शपथ लेने के दौरान पूरे सदन में ‘जय श्री राम’ के नारे गूँजते रहे। सत्र शुरू होने के तुरंत बाद राष्ट्रगान हुआ और उसके बाद 2 मिनट का मौन रखा गया। सबसे पहले पीएम मोदी ने शपथ ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कार्यवाहक अध्यक्ष को शपथ दिलाई।

https://twitter.com/abpnewshindi/status/1140491454680195072?ref_src=twsrc%5Etfw

दो दिनों के अंदर सभी 542 सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी। बता दें कि टीकमगढ़ से सांसद चुने गए वीरेंद्र कुमार का लोकसभा में लम्बा अनुभव है और 1996 से लेकर अब तक वे 7 बार सांसद चुने जा चुके हैं। सत्र शुरू होने से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में सरकार ने विपक्ष से मत्वपूर्ण बिलों को पारित कराने के लिए सहयोग माँगा। सभी सांसदों के शपथग्रहण के बाद लोकसभा में स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का भी चुनाव होगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया