चीन को करारा जवाब, 80 करोड़ को राशन… खेती-किसानी से लेकर कोरोना प्रबंधन तक… 9 साल में मोदी सरकार के 9 बड़े काम, साथ ही कॉन्ग्रेस से 9 तीखे सवाल

नरेंद्र मोदी के बतौर प्रधानमंत्री 3 साल पूरे होने पर पार्टी ने गिनाए 9 कमाल के काम (फाइल फोटो)

केंद्र में मोदी सरकार के 9 साल पूरा होने को लेकर कॉन्ग्रेस ने तंज करते हुए 9 साल 9 सवाल पूछे थे। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की तरफ से इस तंज का जवाब दिया गया है। बीजेपी ने ट्विटर पर केंद्र सरकार की नौ बड़ी उपलब्धियों को ‘9 साल 9 कमाल’ बताते हुए जारी किया। भारतीय जनता पार्टी ने महँगाई, भ्रष्टाचार, कृषि, राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे 9 मुद्दों पर यूपीए और एनडीए के शासन की तुलना की है।

दरअसल कॉन्ग्रेस नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार (26 मई 2023) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बुकलेट जारी किया। इसमें केंद्र में मोदी सरकार के 9 साल पूरा होने पर 9 सवाल पूछे गए थे। सवाल महँगाई, बेरोजगारी, किसानों, चीन समेत कई मुद्दों पर किए गए से थे। BJP के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से देर रात कॉन्ग्रेस के सवालों का जवाब दिया गया। जिसमें 9 मुद्दों पर यूपीए और एनडीए शासन की तुलना की गई थी।

महँगाई

भाजपा ने दावा किया कि यूपीए शासन के दौरान औसत मुद्रास्फीति 8.7 प्रतिशत थी जबकि एनडीए के दौरान यह 4.8 प्रतिशत रही। पार्टी ने कहा कि उसने वर्ष 2017-23 के बीच एमएसएमई क्षेत्र में 6.76 करोड़ नौकरियां पैदा कीं और 41 करोड़ से अधिक लोगों को अत्यधिक गरीबी रेखा से बाहर निकाला। कॉन्ग्रेस पर निशाना साधते हुए बीजेपी ने कहा कि यूपीए के शासन में कॉन्ग्रेस ने दोस्तों और रिश्तेदारों को कोयला खदानें आवंटित कीं जबकि एनडीए सरकार में पारदर्शी नीलामी की गई।

खेती और किसान

दावे के अनुसार PM-KISAN (पीएम किसान सम्मान निधि योजना) से 11 करोड़ से ज्यादा किसानों को फायदा हुआ है। बताया गया कि यूपीए के शासन काल में चावल के लिए एमएसपी भुगतान 3.09 लाख करोड़ रुपए तय किया गया था जबकि एनडीए के तहत यह रकम 10.64 लाख करोड़ रुपये है। बीजेपी के अनुसार किसानों की आय में 70 प्रतिशत (2016-2023) की वृद्धि हुई और नौ वर्षों में किसानों की आमदनी दोगुनी हो गई।

करप्शन और क्रोनिज्म

बीजेपी की तरफ से कहा गया कि एलआईसी का मुनाफा एक साल में 27 गुना बढ़ा और एसबीआई ने अब तक का सबसे ज्यादा तिमाही मुनाफा दर्ज किया। धोखाधड़ी के मामले में फरार लोगों को वापस लाने में एनडीए की सरकार का रिकॉर्ड अच्छा है। उदाहरण के तौर पर क्रिश्चियन मिशेल (Christian Michel) जैसे घोटाले बाजों को भारत लाया गया।

बता दें क्रिश्चियन अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले में मुख्य आरोपितों में से एक हैं। बीजेपी का दावा है कि अपने सहयोगी दलों के साथ वे राज्य में भी अच्छी तरह से सरकार चला रहे हैं। यही वजह है कि एनडीए 15 राजयों में लोगों की सेवा कर रही है जबकि कॉन्ग्रेस सिर्फ चार राज्यों में सिमट चुकी है।

चीन और राष्ट्रीय सुरक्षा

भारत-चीन मुद्दे पर बात करते हुए, बीजेपी ने कहा कि चीन सिर्फ एक ही बार भारतीय भूमि पर कब्जा कर पाने में कामयाब हुआ था। वह समय था 1962 का जब हम चीन से युद्ध हार गए थे। इस समय देश के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू थे और यूपीए का ही शासन चल रहा था। एनडीए के शासन काल में चीन ने दुस्साहस का प्रयास तो किया लेकिन भारत ने चीन की आँख में आँख डालकर करारा जवाब दिया।

बीजेपी ने डोकलाम और गलवान जैसे झड़प का उदाहरण दिया, जहाँ भारतीय सेना ने अपनी वीरता दिखाई थी। बीजेपी की तरफ से कहा गया कि चीन और भारत के बीच अब तक 18 बैठकें हो चुकी हैं। क्योंकि भारत ‘2013 में संसद में एके एंटनी द्वारा दिए गए बयान की तरह’ झुकने को तैयार नहीं है।

सामाजिक सौहार्द्र

भाजपा ने कहा कि सिर्फ एक राज्य का चुनाव जीतने के लिए एक भारतीय ब्रांड के खिलाफ भावनाओं को भड़काने से ज्यादा नफरत की राजनीति का उदाहरण भला क्या हो सकता है? उनका इशारा कर्नाटक चुनाव में नंदिनी बनाम अमुल की राजनीति से था। आगे कहा गया है कि कॉन्ग्रेस और नफरत की राजनीति एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। यही वजह है कि देश के अधिकांश हिस्सों से कॉन्ग्रेस का सफाया हो गया है।

समाजिक न्याय

सामाजिक न्याय पर, पार्टी ने कहा कि कॉन्ग्रेस ने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का विरोध किया। कॉन्ग्रेस ने भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान किया। बीजेपी ने कहा कि कॉन्ग्रेस ने तीन तलाक बिल का विरोध किया था। पार्टी एक कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता को बदनाम कर रही है जिसने अपने ही बड़े नेता पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था।

लोकतंत्र और संघवाद

भाजपा की तरफ से कॉन्ग्रेस को आईना दिखाते हुए याद दिलाया गया कि कैसे चीफ जस्टीस ऑफ इंडिया (CJI) के फैसले से नाखुश कॉन्ग्रेसियों ने उनपर महाभियोग चलाने की धमकी दी थी। बीजेपी ने कहा कि मुख्य सतर्कता आयुक्त (CVC) के तौर पर कॉन्ग्रेस की 2 नियुक्तियों को अवैध पाए जाने के कारण रद्द करना पड़ा। कॉन्ग्रेस द्वारा वैध सरकारों को हटाने के मकसद से अनुच्छेद 356 का 90 बार प्रयोग किया गया। एनडीए के शासन काल में इन्हें बंद किया जा रहा है। साथ ही जनादेश की दिनदहाड़े लूट भी नहीं होने दी जा रही है।

कल्याणकारी योजनाएँ

कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बात करते हुए बीजेपी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार कल्याणकारी योजनाओं के लीक-प्रूफ वितरण के लिए जानी जाती है। इसके बाद डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम का भी जिक्र किया गया। साथ ही कोरोना काल में उपजे हालात के बाद से 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त राशन दिए जाने की भी जानकारी दी गई।

कोविड 19 प्रबंधन

कोविड प्रबंधन पर भाजपा ने कहा कि कोरोना काल में कॉन्ग्रेस ने डर औऱ फर्जी खबरें फैलाईं। कॉन्ग्रेस ने न केवल भारतीय टीकों और वैज्ञानिकों की अवहेलना की बल्कि अंतरराष्ट्रीय बड़ी फार्मा के लिए लॉबिस्ट भी बन गई। कोरोना काल में सबसे बेहतर प्रबंधन के लिए आज भी दुनिया भारत की तारीफ करते नहीं थकती। कोरोना के टीकों की 2.2 बिलियन खुराक देने से लेकर अधिक जनसंख्या होने के बावजूद सबसे कम मृत्यु दर कोरोना प्रबंधन की सफलता दर्शाती है।

दूसरी तरफ वैश्विक मंदी के बावजूद देश दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनकर उभरने और सहज तकनीक-संचालित टीकाकरण अभियान तक भारत ने वैश्विक मानदंड कायम किए हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया