‘घूस लेकर हमारी कंपनियों पर लगाए आरोप, 5 साल से चल रहा ये सब’: अडानी समूह ने महुआ मोइत्रा की खोली पोल, केंद्रीय मंत्री का भी बड़ा खुलासा

महुआ मोइत्रा विवादों के घेरे में (फोटो साभार : Facebook_MahuaMoitraFans)

TMC की सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में विवाद बढ़ रहा है। अब अडानी ग्रुप की ओर से आरोप लगाए गए हैं कि महुआ मोइत्रा उनकी राइवल कंपनी से पैसे लेकर सवाल पूछती हैं। कंपनी की ओर से जारी बयान में अडानी ग्रुप ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर एक डेटा सेंटर कंपनी के इशारे पर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया है।

इस मामले में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गंभीर आशंका व्यक्त की है और आशंका जताई है कि महुआ मोइत्रा ने संसद में उनसे जो सवाल पूछा था, वो इसी मामले से जुड़ा हो सकता है। वहीं, मोइत्रा ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि वह आईटी समिति और डेटा संरक्षण पर संयुक्त संसदीय समिति की सदस्य हैं और उन्होंने जो सवाल पूछा था वह वैध था।

अडानी ग्रुप ने लगाए गंभीर आरोप

इस मामले में अडानी ग्रुप ने बयान जारी किया। इस बयान में लिखा है, “एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में, रविवार, 15 अक्टूबर, 2023 को, सुप्रीम कोर्ट के एक वकील जय अनंत देहाद्राई ने एक शपथ पत्र के रूप में एक माननीय द्वारा एक विस्तृत आपराधिक साजिश के कमीशन को रिकॉर्ड में लाते हुए सीबीआई के पास शिकायत दर्ज की।” इसमें आगे कहा गया है, “संसदीय प्रश्नों के माध्यम से गौतम अडानी और उनकी कंपनियों के समूह पर आरोप लगाए गए। ऐसा बदले की भावना से किया गया। इसके लिए मोइत्रा ने हीरानंदानी से रिश्वत और अनुचित लाभ प्राप्त किया।”

अडानी ग्रुप ने आगे लिखा, “यह घटनाक्रम 9 अक्टूबर, 2023 के हमारे बयान की पुष्टि करता है कि कुछ समूह और व्यक्ति हमारे नाम, सद्भावना और बाजार की स्थिति को नुकसान पहुँचाने के लिए ओवरटाइम कर रहे हैं। इस विशेष मामले में एक अधिवक्ता की शिकायत से पता चलता है कि अडानी समूह और हमारे अध्यक्ष गौतम अडानी की प्रतिष्ठा और हितों को नुकसान पहुँचाने की यह व्यवस्था 2018 से चली आ रही है।”

अडानी समूह ने अपने बयान में कहा है कि मोइत्रा को हीरानंदानी से रिश्वत और अनुचित लाभ मिले। समूह ने कहा, “हम यह भी समझते हैं कि एक अन्य सांसद ने लोकसभा अध्यक्ष को शिकायत भेजकर अनुरोध किया है कि मोइत्रा को निलंबित किया जाए और भ्रष्टाचार की जाँच की जाए” अडानी ग्रुप के प्रवक्ता की तरफ से कहा गया है कि हम हम अपने शेयरधारकों सहित अपने सभी हितधारकों के हित में यह बयान जारी कर रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने जताई ये चिंता

महुआ मोइत्रा के दूसरों के निर्देशों पर संसद में सवाल पूछने से जुड़े मामले में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि उनसे संसद में ठीक वैसा ही सवाल पूछा गया था, जैसी बातें एक भारतीय कंपनी के मुखिया ने मेरे सामने रखी थी। उन्होंने अपने बात के दावे के साथ ही महुआ मोइत्रा द्वारा संसद में पूछे गए सवाल और उसके आधिकारिक जवाब की कॉपी भी पोस्ट की है।

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ” मुझे समाचार रिपोर्टों से पता चला है कि यह संसदीय प्रश्न संभवतः एक डेटा सेंटर कंपनी के आदेश पर एक सांसद द्वारा पूछा गया था। अगर यह सच है तो यह वाकई चौंकाने वाला और शर्मनाक है। यह सच है कि यह कंपनी (हीरानंदानी की कंपनी) डेटा लोकलाइजेशन के लिए सक्रिय और आक्रामक तरीके से पैरवी कर रही थी। संसद में पूछे गए सवाल में इस्तेमाल की गई भाषा बहुत हद तक वैसी ही है (डेटा स्थानीयकरण की आवश्यकता को डेटा उल्लंघनों से जोड़ना) उस भाषा के समान है, जब इस कंपनी के प्रमुख ने मुझसे मुलाकात की थी।”

उन्होंने आगे कहा, “मुझे इसके पूरे तथ्य या पृष्ठभूमि की जानकारी नहीं है – लेकिन अगर यह सच है तो यह एक भयानक मजाक है और संसद सदस्य के रूप में सवाल पूछने के अधिकार का दुरुपयोग है।”

महुआ मोइत्रा ने केंद्रीय मंत्री को दिया ये जवाब

राजीव चंद्रशेखर के ट्वीट पर महुआ मोइत्रा का तुरंत जवाब आया। महुआ मोइत्रा ने खुद का बचाव करते हुए और खुद को स्मार्ट बताते हुए लिखा, “सर, मैं डेटा प्रोटेक्शन पर आईटी कम्युनिकेशन और जेपीसी की सदस्य हूँ। यह सभी भारतीयों के लिए जायज सवाल है। यदि शत्रु राष्ट्र ऐप्स से डेटा चुरा सकते हैं-तो क्या वे विदेशों में स्टोर किए गए भारतीय यूजर्स का डेटा नहीं चुरा सकते? मुझ पर दूसरों को आगे बढ़ाने का आरोप लगाकर मेरी बुद्धि का अपमान मत करिए। कुछ ‘मंद बुद्धि’ लोग ऐसा करते हैं।”

बता दें कि भाजपा के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने रविवार (15 अक्टूबर, 2023) को तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा पर घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोप लगाए। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिख कर कार्रवाई की माँग की। ये आरोप अधिवक्ता जय अनंत देहाद्राई द्वारा दी गई सूचनाओं पर आधारित है। अधिवक्ता ने आरोप लगाया है कि कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के व्यापारिक हितों को लाभ पहुँचाने के लिए महुआ मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछे और बदले में उन्हें न सिर्फ कैश, बल्कि तोहफे भी मिले।

अधिवक्ता जय अनंत देहाद्राई द्वारा दायर की गई शिकायत की प्रति भी ऑपइंडिया के पास मौजूद है। इसमें बताया गया है कि संसद में सवाल पूछने की एवज में महुआ मोइत्रा को तोहफे में क्या-क्या मिला

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया