खाद पर अखिलेश यादव के ‘झूठ’ की मोदी के मंत्री ने खोली पोल, बताया- नीम कोटेड यूरिया की नहीं बढ़ी है कीमत, किसानों को न करें गुमराह

मनसुख मांडविया और अखिलेश यादव (साभार: जागरण)

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूरिया की कीमतों को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी दी है। इस पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने अखिलेश यादव के दावे की धज्जियाँ उड़ा दीं। दरअसल, सरकार ने नीम कोटेड यूरिया की कीमतों के बराबर वाली कीमत पर ही यूरिया गोल्ड भी लॉन्च किया है, जिसका वजन 45 किलोग्राम है। ऐसे में अखिलेश यादव दावा किया सरकार ने यूरिया की कीमतों को बढ़ा दिया।

सपा सुप्रीमो के इस दावे पर केंद्रीय कृषि मंत्री मनसुख मांडविया ने लिखा, “प्रिय अखिलेश जी, पहले तो मैं आपको यह बात स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि नीम कोटेड यूरिया की 45 किलोग्राम वाली बैग ₹266.5 में मिलती थी, मिलती है और मिलती रहेगी। हमने PM @NarendraModi जी के ‘जय अनुसंधान’ के नारे साथ किसानों के हित में नया सल्फर कोटेड ‘गोल्ड यूरिया’ बनाया है।”

अखिलेश यादव ने एक्स पर दावा किया, “भाजपा सरकार किसानों के शोषण का पर्याय बन गयी है। यूरिया की बोरी वज़न में घटकर अब 40 किलो की हो गयी है। किसान ये साधारण गणित अच्छे से समझता है कि पहले ₹266.50 में 45 किलो यानी एक किलो यूरिया का दाम लगभग ₹5.92 पड़ता था, लेकिन अब ₹266.50 में 40 किलो यानी लगभग ₹6.66 किलो प्रति किलोग्राम पड़ेगा। मतलब एक झटके में यूरिया 12% से भी ज़्यादा महँगी हो गयी है। भाजपा राज में अगर इसी तरह ‘बोरी की चोरी’ जारी रही तो एक दिन किसानों को खाली बोरी ही मिलेगी। आगामी चुनाव में किसान भाजपा की कृषि-कृषक विरोधी राजनीति का खेत खोद देंगे।”

बता दें कि अखिलेश यादव ने यूरिया के दामों को लेकर जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश की। उन्होंने सल्फर यूरिया गोल्ड को नीम कोटेड यूरिया के दामों जैसा दिखाया और लोगों में ये भ्रम फैलाने की कोशिश की कि यूरिया की कीमतें 12 प्रतिशत बढ़ा दी गई हैं। जबकि हकीकत ये है कि नीम कोटेड की 45 किलो की बोरी की कीमत अब भी 266.50 रुपए ही है।

वहीं, इसी कीमत यानी 266.50 रुपए में ही 40 किलो वजन वाला सल्फर यूरिया गोल्ड भी लॉन्च किया गया है। ऐसे में साफ है कि ये दोनों ही उत्पाद अलग-अलग हैं, लेकिन अखिलेश यादव ने सल्फर यूरिया गोल्ड की कीमत को नीम कोटेड यूरिया बताकर भ्रम फैलाने की कोशिश की। इसका कृषि मंत्री ने खंडन किया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया