जिस AIADMK ने रोकी थी BJP की यात्रा, उसके ही हजारों कार्यकर्ताओं ने किया अमित शाह का स्वागत: तमिलनाडु की राजनीति गरमाई

चेन्नई पहुँचे अमित शाह

तमिलनाडु में जिस AIADMK के नेता भाजपा की ‘वेल यात्रा’ का विरोध कर रहे थे और सरकार इसकी अनुमति नहीं दे रही थी, उसी पार्टी के नेताओं ने चेन्नई एयरपोर्ट पर पहुँचकर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह का स्वागत किया। शनिवार (नवंबर 21, 2020) की दोपहर के बाद से ही मीनामबक्कम इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाहर सरगर्मी तेज़ हो गई थी और इसके साथ ही पूरे तमिलनाडु में भी अमित शाह के आगमन को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।

न सिर्फ भाजपा, बल्कि AIADMK के हजारों कार्यकर्ता भी अपनी पार्टी के पोस्टर-बैनरों और झंडों के साथ एयरपोर्ट कूच कर गए और अमित शाह का स्वागत किया। मुख्यमंत्री पलानिस्वामी ने खुद एयरपोर्ट जाकर अमित शाह का औपचारिक स्वागत किया। एयरपोर्ट रूट को राज्य सरकार ने फूलों और हरियाली से सजाया हुआ था। पराई बीट्स सहित अन्य क्लासिकल म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स की मदद से संगीत का माहौल तैयार किया गया।

इन सबके अलावा एयरपोर्ट रूट से जाने वाली बसों के रास्ते को भी बदल दिया गया था। सिटी पुलिस ने चेन्नई को फ़िलहाल एक किले में बदल दिया है और सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस के अलावा सीआरपीएफ और एसटीएफ के कुल मिला कर 3000 जवानों को मोर्चेबंदी पर लगाया गया है। थ्री लेयर सिक्योरिटी के साथ बम स्क्वाड भी मौके पर तैनात है। होटल में बड़े नेताओं के साथ मिलने के बाद अमित शाह को कलेवणार आरंगम में कई प्रोजेक्ट्स को लॉन्च करना है।

अमित शाह का ये दौरा यूँ तो कई विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के लिए है, लेकिन इस दौरान वो राज्य की राजनीतिक हालात का भी जायजा लेंगे। भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ कई दौर की बैठकों के अलावा वो NDA की अपनी सहयोगी पार्टी AIADMK के बड़े नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। मई 2021 में तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव होने हैं और भाजपा चाहती है कि वो इस बार बड़ी ताकत बनकर उभरे।

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अमित शाह AIADMK के दोनों दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्रियों एमजी रामचंद्रन (MGR) और जयललिता की समाधि स्थल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। इसके अलावा उन्हें चेन्नई मेट्रो के फेज-3 का भी उद्घाटन करना है। भाजपा के सभी जिलाध्यक्षों के साथ बैठक के दौरान चुनावी रणनीति पर चर्चा होगी। सुपरस्टार रजनीकांत के साथ भी उनकी बैठक की चर्चा है, लेकिन इसे लेकर कोई पुष्ट खबर अब तक नहीं आई है।

2019 लोकसभा चुनावों के परिणाम को देख कर अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि राज्य में DMK इस बार पूरी तैयारी के साथ उतरने वाली है, क्योंकि वो लगातार तीसरा विधानसभा चुनाव नहीं हारना चाहती। पार्टी सुप्रीमो एमके स्टालिन भी पहली बार मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। AIDMK में वर्तमान सीएम पलानिस्वामी और पूर्व सीएम पन्नीरसेल्वलम, इन दोनों की एकता पर सब निर्भर करता है। रजनीकांत ने अपने पत्ते अब तक नहीं खोले हैं।

इससे पहले अपने मुखपत्र के माध्यम से AIADMK ने कहा था कि राज्य में जाति-धर्म के आधार पर लोगों को विभाजित करने वाली यात्रा नहीं निकालने दी जाएगी। उसने कहा था कि सभी सम्बंधित लोगों को समझ लेना चाहिए कि तमिलनाडु के लोगों ने बार-बार साबित किया है कि द्रविड़ प्रदेश में धर्म मानवता के लिए दिशा-निर्देशक प्रकाश-पुँज हैं, न कि घृणा और विभाजन का माध्यम। उसने कहा था कि सही मजहब शांति और प्यार का ही सन्देश देते हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया