जिस बाहुबली से कभी खौफ खाता था लालू का जंगलराज, उसकी बेटी के ब्याह में 10 हजार को न्योता: 50 क्विंटल नॉनवेज, 3 लाख रसगुल्ला

उम्रकैद की सजा काट रहे आनंद मोहन की बेटी की शादी आज (फोटो साभार: Daily Bihar। Com)

बिहार के गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह (Anand Mohan Singh) की बेटी की शादी चर्चा में है। आनंद मोहन की बेटी सुरभि आनंद की शादी आज बुधवार (15 फरवरी 2023) को केंद्रीय अधिकारी राजहंस के साथ होने जा रही हैं।

सुरभि ने अपने सोशल मीडिया पर अपनी हल्दी और संगीत की रस्मों की तस्वीरें शेयर की थीं। राजनीतिक दल बिहार पीपुल्स पार्टी (बीपीपा) के संस्थापक आनंद मोहन सिंह की बेटी सुरभि आनंद दिल्ली हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरभि के होने वाले पति मुंगेर के रहने वाले हैं और रेलवे में आईआरटीएस ऑफिसर हैं। वह अभी धनबाद में एआरएम पर पोस्टेड हैं। आज पटना में दोनों का विवाह बड़े ही धूमधाम से आयोजित हो रहा है। इसके लिए 17 एकड़ में विश्वनाथ फार्म्स को खूबसूरत तरीके से सजाया गया है।

शादी में आने वाले मेहमानों के लिए हर तरह के भोजन का ध्यान रखा गया है। शादी में वेज के साथ-साथ वेज-नॉनवेज का भी प्रबंध किया गया है। कहा जाता है कि मिथिला क्षेत्र में बिना नॉनवेज खाना के शादी अधूरी मानी जाती है। हालाँकि, शादी में मिठाई में अलग-अलग वेराइटी भी। इनमें गुलाब जामुन, रसमलाई, रसगुल्ला समेत कई स्वादिष्ट व्यंजन शामिल हैं।

शादी में शामिल होने वाले मेहमानों के लिए तीन लाख रसगुल्ले बनाए गए हैं। इसके अलावा, 25 क्विंटल चिकन-मटन और 25 क्विंटल मछली बनाई जा रही है। कहा जा रहा है कि इस बहुचर्चित शादी में शामिल होने वाले आम मेहमानों से लेकर VVVIP मेहमानों के लिए अलग-अलग तरह के एक दर्जन से ज्यादा डिश की व्यवस्था की गई है।

इस शादी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बिहार विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी सहित बिहार के कई नेता शामिल होंगे। उनके अलावा केंद्र सरकार के भी कई नेताओं को इस शादी का आमंत्रण भेजा गया है। शादी में 10 हजार लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।

कौन हैं बाहुबली आनंद मोहन

बता दें कि 1994 में बीपीपा के उम्मदीवार छोटन शुक्ला की हत्या के बाद उपजे जनाक्रोश में गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया पर भीड़ ने मुजफ्फरपुर के खबड़ा गाँव में हमला कर दिया था। कहा जाता है कि उस दौरान छोटन शुक्ला के छोटे भाई मुन्ना शुक्ला ने डीएम के सिर में सटाकर गोली भी मारी थी। इस मॉब लिंचिंग में डीएम की मौत हो गई थी। उस वक्त उनकी उम्र केवल 35 वर्ष थी।

हत्याकांड के समय घटनास्थल से दूर आनंद मोहन एक राजनीतिक सभा को संबोधित कर रहे थे। हालाँकि, इस हत्याकांड में आनंद मोहन, उनकी पत्नी और वैशाली की पूर्व सांसद लवली आनंद, मुन्ना शुक्ला, विक्रमगंज के पूर्व विधायक अखलाक अहमद, शशिशेखर और अरुण कुमार सिन्हा को आरोपित किया गया था। हालाँकि, मुन्ना शुक्ला अन्य लोगों के साथ बरी हो गए और आनंद मोहन को कैद हो गई।

कृष्णैया की हत्या मामले में पटना की निचली अदालत ने आनंद मोहन को 2007 में फाँसी की सजा सुनाई थी। आनंद मोहन के साथ पूर्व मंत्री अखलाक अहमद और अरुण कुमार को भी मौत की सजा सुनाई गई थी। जबकि छोटन शुक्ला के भाई मुन्ना शुक्ला को उम्रकैद कैद की सजा सुनाई गई थी।

मुन्ना शुक्ला के अलावा, इस मामले में उम्रकैद की सजा पाने वाले लोगों में आनंद मोहन की पत्नी पत्नी लवली आनंद, शशि शेखर और हरेन्द्र कुमार थे। हालाँकि, हाईकोर्ट ने साल 2008 में आनंद मोहन को फाँसी की सजा को उम्रकैद में बदल दिया और उम्रकैद की सजा पाए लोगों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया