‘तुहो पागले हाउ’: जेल से निकलते ही ‘छोटे सरकार’ ने लालू यादव के धोखे को किया याद, बोले – गरीब को खाना और किसान को पैसा दे रहे PM मोदी, वो अच्छे लगते हैं

मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह बोले - दिल्ली में मेरे पास घर और फार्महाउस

मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह के जेल से बाहर निकलने के साथ ही बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है। उनके सहारे न सिर्फ मुंगेर से जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ललन सिंह बड़ी जीत का सपना देख रहे हैं, बल्कि पार्टी कई अन्य सीटों पर भी उनका इस्तेमाल करेगी। पैरल पर निकले अनंत सिंह ने समर्थकों के साथ दौरा भी शुरू कर दिया है। मोकामा सीट पर अनंत सिंह जदयू, निर्दलीय और राजद से जीत दर्ज कर चुके हैं। फ़िलहाल वहाँ से उनकी पत्नी नीलम देवी विधायक हैं।

नीलम देवी जीती तो RJD के टिकट पर थीं, लेकिन अब दोनों पति-पत्नी खुल कर NDA के लिए बल्लेबाजी कर रहे हैं। 2005 से ही पटना के मोकामा विधानसभा सीट पर अनंत सिंह का ही कब्ज़ा है। जेल से निकलने के बाद ‘ABP News’ को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वो हमेशा से नीतीश कुमार के साथ थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें फँसा दिया तो लालू यादव के बुलाने पर वो राजद सुप्रीमो के पास गए। बकौल अनंत सिंह, लालू यादव ने उनका साथ नहीं दिया, एक बकार नहीं बोला (यानी उनके समर्थन में चूँ तक नहीं किया)।

अनंत सिंह ने कहा कि जनता उनका भगवान है और विधायक बनने के लिए किसी के भी दरवाजे पर जाने की ज़रूरत उन्हें नहीं है, वो निर्दलीय भी जीतते हैं। लालू यादव पर धोखे का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि लालू यादव ने उन्हें मदद का आश्वासन दिया था, मदद नहीं मिली तो वो हट गए। आशा क्षीण होने के सवाल पर अनंत सिंह ने कहा कि कोई आशा लेकर जाएगा और सामने वाला मदद नहीं करेगा तो बुरा नहीं लगेगा क्या? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के सवाल पर उन्होंने दो टूक कहा कि कोई ज़रूरत नहीं है।

अनंत सिंह ने कहा कि उन्हें केवल जनता से मतलब रहता है, नेता-फेता वगैरह से नहीं। उन्होंने कहा कि जनता उनकी मालिक है, सब कुछ वही है, लोग इसी कारण उन्हें जानते हैं। आगे की रणनीति के सवाल पर अनंत सिंह ने कहा कि वो जनता से भेंट-मुलाकात करेंगे। मतदान के सवाल पर मोकामा के पूर्व विधायक ने कहा कि एक वोट से क्या होगा, वो वोट नहीं देते हैं। हालाँकि, बाद में उन्होंने कहा कि वोट दे देंगे। अनंत सिंह ने जदयू की सीटों में नुकसान के सवाल पर कहा कि ललन सिंह 5 लाख वोट से जीतेंगे।

जब पत्रकार निधि श्री ने पूछा कि आपके कह देने से, तो अनंत सिंह बोले – जनता बोलेगी, चुनाव में ज़्यादा दिन नहीं है। जब उनसे उनके दुःख, कष्ट और संघर्ष के दिनों को लेकर सवाल पूछा गया तो अनंत सिंह ने कहा, “हमरा कभी दुःख होबे नहीं करता है। हमरा जो होता है सब सुखे लगता है। दुःख हमको पता लगे तब न।” फँसाए जाने के अपने बयान की याद दिलाने पर उन्होंने कहा कि वो कहाँ कह रहे हैं कि उनको बचाया गया है? हालाँकि, अनंत सिंह ने कहा कि वो 20 वर्षों से घर नहीं गए।

अगरा बनाम पिछड़ा के नैरेटिव पर अनंत सिंह ने कहा कि सब कोई साथ है। उन्होंने अपने समर्थकों की तरफ भी इशारा किया और कहा कि इनमें सभी जाति के लोग हैं। उन्होंने जाति की राजनीति को गलत बताते हुए कहा कि राजनीति जाति नहीं बल्कि समाज से होता है। अनंत सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी उन्हें अच्छे लगते हैं, वो फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे क्योंकि वो गरीब को खाना देते हैं और किसान को पैसा देते हैं। अनंत सिंह ने सांसद बनने के सवाल पर कहा कि फ़िलहाल उनका क्षेत्र छोटा है।

जब उनसे दिल्ली में बड़ा घर-बँगला होने के सपने की बात की गई तो महिला पत्रकार से उन्होंने कहा, “तुहो पागल हाउ।” उन्होंने कहा कि किसे बड़ा घर अच्छा नहीं लगता है, किसे झोपड़ी अच्छा लगता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में उनका घर और फार्महाउस है, उन्हें इसके लिए सेहाय (तरसने) की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने जनता से मिलने को अपना एकमात्र शौक करार दिया। वहीं ‘यूपी तक’ पर उन्होंने कहा कि लोग जब उनके हैं तो भीड़ किसके लिए रहेगा। उन्होंने कहा कि वो मुंगेर से राजद प्रत्याशी अशोक महतो को जानते तक नहीं हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया