‘रैली में भीड़ जुटाने के लिए AAP ने बाँटे पैसे’: वायरल हुआ वीडियो, गुजरात में बोले केजरीवाल – पंजाब में 10 दिन में भ्रष्टाचार खत्म

आरोप है कि AAP ने गुजरात रैली में शामिल होने के लिए लोगों को पैसे बाँटे (फोटो साभार: वीडियो का स्क्रीनशॉट)

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने शनिवार (2 अप्रैल 2022) को अहमदाबाद के बापूनगर इलाके में गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक रैली की। रैली में उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहे। इसी बीच खबर है कि पार्टी ने रैली में भीड़ जुटाने के लिए पैसे बाँटे

दिलचस्प बात यह है कि अपने गुजरात दौरे के दौरान केजरीवाल ने कई बड़े-बड़े वादे किए और लोगों से आम आदमी पार्टी को वोट देने की अपील की। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि मान के मुख्यमंत्री बनने के महज 10 दिनों में पंजाब भी दिल्ली की तरह भ्रष्टाचार मुक्त हो गया है। इससे इतर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि उन्होंने रैली में शामिल होने के लिए गुजरातियों को ‘रिश्वत’ देने की कोशिश की।

भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें आप कार्यकर्ताओं को कथित तौर पर एक गली में खड़े लोगों को पैसे बाँटते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने लिखा, “AAP गुजरात में अरविंद केजरीवाल के रोड शो में भाग लेने के लिए लोगों को पैसे बाँट रही है। बहुत क्रांतिकारी।”

इसी तरह का एक वीडियो ‘देश गुजरात’ द्वारा साझा किया गया है। वीडियो में ऑटो में बैठे एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि उसे रैली में शामिल होने के लिए पैसे दिए गए थे। उसने बताया कि उन लोगों ने रैली में शामिल होने के लिए उसे 500 रुपए दिए थे, लेकिन उसे इस बात की जानकारी नहीं थी कि वह एक राजनीतिक रैली थी।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी एक ट्वीट में कहा, “गाँधी का अनुसरण कर रहे हैं, लेकिन गलत। (शायद उनके पसंदीदा है राहुल)। पहला, रोड शो में भीड़ जुटाने के लिए पैसे बाँटना, दूसरा नवरात्रि पर शराब के लिए 25% की छूट देना, तीसरा कश्मीर में हिंदुओं और उनके नरसंहार का मजाक बनाना और चौथा 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का झूठा वादा।”

हालाँकि, यह पहली बार नहीं है, जब ‘आप’ पर भीड़ इकट्ठा करने के लिए पैसे बाँटने का आरोप लगाया गया है। फरवरी 2021 में, दिल्ली के मजदूरों ने आरोप लगाया था कि AAP ने उन्हें चुनावी रैली में शामिल होने के लिए 500 रुपए देने का वादा किया था, लेकिन बाद में पार्टी अपने वादे से मुकर गई। फरवरी 2020 में भी AAP ने कथित तौर पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार रैली में बेरोजगारों युवाओं का इस्तेमाल किया। उन्होंने रैली के लिए देर से आने वालों को युवाओं को पैसे नहीं दिए थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया