पार्टी के लिए परिवार फर्स्ट, नेशन लास्ट: 5 राज्यों में चुनावों के बीच असम यूथ कॉन्ग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा, त्रिपुरा में पूर्व अध्यक्ष के निष्कासन की माँग

राहुल गाँधी और मल्लिकार्जुन खड़गे (साभार: ABP)

देश के पाँच राज्यों में जारी चुनावों के बीच भी कॉन्ग्रेस में उठा-पटक जारी है। असम प्रदेश युवा कॉन्ग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष प्रत्युष रॉय ने पार्टी में परिवारवाद का आरोप लगाते हुए 11 नवंबर 2023 को अपना इस्तीफा दे दिया। वहीं, त्रिपुरा कॉन्ग्रेस ने AICC को पत्र लिखकर अपने विधायक बिराजित सिन्हा के खिलाफ ‘पार्टी विरोधी’ गतिविधियों के लिए कार्रवाई की माँग की है।

त्रिपुरा कॉन्ग्रेस ने बिराजित सिन्हा पर ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ में शामिल होने और पार्टी नेताओं के भीतर ‘गुटबाजी के लिए उकसाने’ का आरोप लगाया है। बता दें कि बिराजित सिन्हा ने त्रिपुरा कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश के पाँच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद ही AICC त्रिपुरा कॉन्ग्रेस के अनुरोध पर प्रतिक्रिया देगी।

इस साल की शुरुआत में बिराजित सिन्हा को त्रिपुरा कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। उनके करीबी सहयोगी सम्राट रॉय को भी भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ के त्रिपुरा अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। इसके बाद ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने कॉन्ग्रेस पार्टी के कार्यक्रमों में भाग लेना बंद कर दिया था।

वहीं, असम में प्रदेश युवा कॉन्ग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष प्रत्युष रॉय द्वारा इस्तीफा देने का मामला नागांव जिला कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुरेश बोरा द्वारा पार्टी से इस्तीफा देने के बाद आया है। रॉय ने अपने त्याग-पत्र में पार्टी पर परिवारवाद का आरोप लगाया और पार्टी के कामकाज से असंतोष व्यक्त किया।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखे पत्र में रॉय ने कहा, “मैं आपको बताना चाहता हूँ कि मैं इस संगठन में बने नहीं रह पाऊँगा, क्योंकि यह केवल एलीट वर्ग के लोगों का पक्ष लेता है। अब यह महसूस होने लगा है कि इस संगठन में हम जैसे समाज के निचले तबके से आने वाले लोगों की आवाज नहीं सुनी जाती है।”

असम प्रदेश युवा कॉन्ग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष प्रत्युष रॉय ने अपने त्याग-पत्र में आगे लिखा, “इस संगठन (युवा कॉन्ग्रेस) में काम करते हुए मुझे एहसास हुआ कि दिसपुर से लेकर दिल्ली तक यह संगठन फैमिली फर्स्ट को तरजीह देता है और राष्ट्र को अंतिम रखता है।” माना जा रहा है कि ये नेता जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

यहाँ यह उल्लेख करना आवश्यक है कि सुरेश बोरा के साथ-साथ प्रत्युश रॉय ने भी भाजपा में शामिल होने की उत्सुकता व्यक्त की है। इससे पहले बोरा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देते समय उनके साथ बड़ी संख्या में समर्थक भी मौजूद थे। असम भाजपा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के साथ इन नेताओं की तस्वीरें भी साझा की है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया