दिसंबर के बाद नहीं बचेगी ममता बनर्जी की सरकार, BJP के संपर्क में TMC के 30+ MLA: अग्निमित्रा पॉल का दावा, मिथुन चकवर्ती ने 38 से बताए थे ‘अच्छे संबंध’

बंगाल में होगा खेला! (फोटो साभार: द इंडियन एक्सप्रेस)

पश्चिम बंगाल में दिसंबर में एक बड़ा राजनीतिक बदलाव देखने को मिलेगा- यह दावा राज्य की भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल (Agnimitra Paul) ने किया है। उन्होंने कहा है कि इस दिसंबर पश्चिम बंगाल में एक ‘खेला’ होगा। पॉल ने यह भी कहा है कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के 30 से अधिक विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं।

उन्होंने कहा कि वे (30 विधायक) जानते हैं कि दिसंबर के बाद उनकी पार्टी का पत्ता साफ़ हो जाएगा। उनका अस्तित्व दाँव पर है।

पॉल ने फर्स्टपोस्ट से कहा, ”लगभग 30 टीएमसी विधायक हमारी पार्टी के सदस्य मिथुन चक्रवर्ती के संपर्क में हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता, विशेष रूप से विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी इस पर विचार करेंगे।”

बता दें कि इस साल जुलाई में भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती ने दावा किया था कि टीएमसी के 38 विधायक पश्चिम बंगाल में उनकी पार्टी के संपर्क में हैं। चक्रवर्ती ने कोलकाता में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा था, “क्या आप ब्रेकिंग न्यूज सुनना चाहते हैं? इस समय, 38 टीएमसी विधायकों के हमारे साथ बहुत अच्छे संबंध हैं, जिनमें से 21 प्रत्यक्ष रूप से हमारे संपर्क में हैं।”

अग्निमित्रा पॉल के अनुसार, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी सरकार में वित्तीय अनियमितताएँ हुई हैं। उन्होंने आगे कहा कि ममता बनर्जी के आधे नेता घोटाले के आरोपित हैं और अन्य आधे कथित भ्रष्टाचार के लिए जेल में हैं। पश्चिम बंगाल की भाजपा विधायक ने आगे आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पश्चिम बंगाल सरकार के पास अपने कर्मचारियों को भुगतान करने के लिए पैसे नहीं हैं।

अग्निमित्रा पॉल ने कहा, “मैं एक साधारण नेता हूँ। हमारे शीर्ष नेतृत्व और विपक्ष के नेता का कहना है कि सरकार डीए नहीं दे पा रही है, लोगों को नौकरी नहीं मिल रही है। इस बारे में हमारे शीर्ष नेतृत्व और विपक्ष के नेता अपने राजनीतिक अनुभव से कह रहे हैं। हम जो सुन रहे हैं, उससे दिसंबर में कुछ हो सकता है।”

पॉल ने आगे आरोप लगाया कि टीएमसी केंद्र सरकार की परियोजना से पैसा चुरा रही है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा की माँग है कि सीबीआई मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ-साथ उनके मंत्रियों से भी पूछताछ करे क्योंकि वह राज्य की प्रमुख हैं।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया था कि दिसंबर के बाद राज्य में तृणमूल कॉन्ग्रेस सरकार का अस्तित्व नहीं रहेगा और प्रदेश में विधानसभा के चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ 2024 में होंगे। उन्होंने कहा था, ”कुछ महीने रुकिए, यह सरकार पश्चिम बंगाल में सत्ता में नहीं रहेगी। मेरी बातों का गाँठ बाँध लीजिए, इस साल दिसंबर तक पश्चिम बंगाल में तृणमूल सरकार सत्ता में नहीं होगी।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया