राजनीतिक हिंसा के लिए कुख्यात पश्चिम बंगाल से एक बड़ा हैरान करने वाला मामला सामने आया है। राज्य के विद्युत मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय ने अपनी ही पार्टी की सांसद माला रॉय के समर्थकों पर मारपीट का आरोप लगाया है। मंत्री का कहना है कि उन पर हमला दक्षिण कोलकाता में एक कार्यक्रम के दौरान किया गया।
चट्टोपाध्याय के मुताबिक यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा शुरू की गई ‘परे परे सिनेमा’ का हिस्सा था। इसका मकसद क्षेत्रीय इलाकों में बांग्ला फिल्मों का विस्तार करना है। मंगलवार की शाम ऋतुपर्ण सेनगुप्ता और प्रसन्नजीत चटर्जी की फिल्म के ओपन एयर स्क्रीनिंग के दौरान मंत्री ने स्ट्रीट लाइटें बंद करवा दी।
इसके बाद सांसद माला रॉय के समर्थक आयोजन स्थल पर आकर हंगामा करने लगे। वे लाइट चालू करने की मॉंग कर रहे थे। उनका कहना था कि लोग अंधेरे से परेशान होकर सांसद से शिकायत कर रहे हैं। दोनों पक्षों के बीच बहस धीरे-धीरे इतनी बढ़ गई कि चट्टोपाध्याय और माला रॉय के समर्थकों में झड़प हो गई और फिर रास्ते जाम कर दिए गए।
पुलिस ने किसी तरह हालात पर काबू पाया। मंत्री ने बताया, “हम पार्टी के निर्देशों पर ही कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का राज्य के हर क्षेत्र में विस्तार करने के लिए ये आयोजन रासबिहारी एवेन्यू में करा रहे थे। हर कोई जानता की अच्छी दृश्यता के लिए सड़कों की बत्तियाँ बुझानी पड़ती हैं। हमने में भी सिविक बॉडी से एनओसी मिलने के बाद ही ऐसा किया।”
https://twitter.com/dawre_sachin/status/1194562848900419584?ref_src=twsrc%5Etfwआयोजन में हुई घटना पर आगे की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया, “हम शाम के 6 बजे कार्यक्रम शुरू करने वाले थे, लेकिन माला रॉय के समर्थकों ने सड़क की बत्तियाँ आकर जला दीं। इस दौरान मैंने कोलकाता के नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी को भी फोन किया, जिसके कुछ देर बाद जाकर सारी लाइटें बंद हुईं और हमने शो शुरू किया। लेकिन शो शुरू होने के कुछ ही सेकेंड बाद फिर से लाइट जला दी गई और माला रॉय के समर्थकों ने मुझसे मारपीट की। अंत में हमें शो बंद करना पड़ा।”
बता दें टीएमसी नेता ने अपने साथ हुई इस घटना की कड़ी निंदा की है। माला रॉय ने अपने समर्थकों के ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि स्थानीय लोगों ने उनसे शिकायत की थी कि सोवनदेब ने उन जगहों की लाइटें भी बंद करवा दी है जहाँ कोई शो नहीं चल रहा।
सांसद माला रॉय के अनुसार विद्युत मंत्री से निवेदन किया गया था कि केवल वहीं की लाइटें बंद हों, जहाँ फिल्म दिखाई जा रही है। लेकिन उन्होंने पूरे रासबिहारी एवेन्यू की ही बत्तियाँ बंद करवा दी। इसके कारण स्थानीय लोग भड़क गए और प्रदर्शन करने लगे। लेकिन किसी ने चट्टोपाध्याय के साथ मारपीट नहीं की।
https://twitter.com/KailashOnline/status/1194540129223872514?ref_src=twsrc%5Etfwइस मामले में ममता बनर्जी ने पार्टी के दोनों नेताओं से जवाब-तलब किया है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा है कि जिस पार्टी में आपसी तालमेल न हो, वो पार्टी लोकतंत्र की रक्षा कैसे करेगी। गौरतलब है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं पर आए दिन भाजपा नेताओं को निशाना बनाने के आरोप भी लगते रहते हैं।