‘राहुल गाँधी को ये मौत का खेला क्यों मंजूर है?’: बंगाल में हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस ने पीटा, नालियों में पड़ी मिलीं मतपेटियाँ

पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव चुनाव के दौरान हुईं भीषण हिंसक घटनाएँ (फोटो साभारः IndiaToday, HT))

पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव चुनाव के दौरान भीषण हिंसक घटनाएँ हुईं। हालाँकि इसके बाद भी लोकसभा चुनावों से पहले कॉन्ग्रेस ममता बनर्जी के साथ गठबंधन करने को आतुर दिखाई देती है। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गाँधी को निशाने पर लेते हुए पूछा है कि आखिर उन्हें मौत का खेला क्यों स्वीकार है। वहीं, हिंसक घटनाओं को लेकर बीजेपी ने चुनाव आयोग के कार्यालय के साथ ही राज्य के कई हिस्सों में प्रदर्शन किया। बैलेट बॉक्स से छेड़छाड़ और बूथ कैप्चरिंग के आरोपों के बीच मुर्शिदाबाद में मत पेटियाँ नाली पर पड़ी मिली। 

स्मृति ईरानी ने कहा है, “पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में हुई लोकतंत्र की हत्या सब लोग देख रहे हैं। जहाँ लोकतांत्रिक मूल्यों और अपने अधिकारों को जताने के लिए लोग मारे जा रहे हैं। उसी TMC के साथ गाँधी परिवार गठबंधन कर रहा है। मेरा गाँधी परिवार से यह विशेष प्रश्न है कि जो लोग पश्चिम बंगाल में कहर मचा रहे हैं और लोगों को मात्र इसलिए मौत के घाट उतार रहे हैं क्योंकि वो वोट डालना चाहते हैं। ऐसे लोगों के साथ कॉन्ग्रेस हाथ मिला रही है। प्रश्न यह उठता है कि मौत का यह खेला राहुल गाँधी को क्यों स्वीकार है?”

भाजपा का प्रदर्शन

बंगाल के पंचायत चुनाव में हुई मारपीट, हत्या, बूथ कैप्चरिंग समेत अन्य गतिविधियों के लिए BJP सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कॉन्ग्रेस को जिम्मेदार ठहरा रही है। लेकिन चुनाव आयोग को लेकर BSF के बयान बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोलकाता में स्थित चुनाव आयोग के कार्यालय के बाहर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। दरअसल, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने चुनाव आयोग पर संवेदनशील पोलिंग स्टेशनों की जानकारी न देने का आरोप लगाया है। इसके बाद से चुनाव आयोग भी संदेह के घेरे में है।

इसके अलावा, इस चुनाव के दौरान हुई तमाम अनियमितताओं को लेकर BJP ने बंगाल के कई हिस्सों में प्रदर्शन किया। पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदकुमार ब्लॉक में बैलेट पेपर्स के साथ हुई छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। हालाँकि, ममता बनर्जी की पुलिस को यह रास नहीं आया। पुलिसकर्मी BJP कार्यकर्ताओं को पीटते हुए दिखाई दिए। इसमें से एक वीडियो में कई पुलिसकर्मी एक प्रदर्शनकारी कार्यकर्ता को घेरकर उस पर जमकर लाठी बरसाते नजर आए।

मुर्शिदाबाद में नाली में मिलीं मत पेटियाँ

पंचायत चुनाव की वोटिंग के दौरान बंगाल के मुर्शिदाबाद में बड़े पैमाने पर हिंसक घटनाएँ हुई थीं। इसी मुर्शिदाबाद में 3 मत पेटियाँ एक नाली में पड़ी मिली हैं। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से लचर है। पंचायत जैसे छोटे चुनाव में यदि इस तरह की घटनाएँ सामने आ रहीं हैं तो साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में हिंसक घटनाएँ और भी बड़े पैमाने पर हो सकती हैं।

बंगाल के हालात ऐसे हो गए हैं कि लोग अपने घरों से बाहर निकलने के लिए तैयार नहीं है। मुर्शिदाबाद के ही एक स्थानीय व्यक्ति ने मीडिया से बात करते हुए कहा है, “चुनाव के बाद यहाँ हालात ठीक नहीं हैं। आम जनता डर के कारण बाहर नहीं आ रही। लोग दहशत में हैं। जो लोग बाहर आते हैं TMC कार्यकर्ता उन्हें धमकी देते हैं।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया