‘ED-CBI से बचाने के लिए शेख शाहजहाँ को बंगाल पुलिस की मेहमाननवाजी में भेजा’: गिरफ्तारी के बाद TMC नेता की ‘अकड़’ पर BJP ने उठाए सवाल

सुवेंदु अधिकारी और शेख शाहजहाँ (तस्वीर साभार: हिंदुस्तान टाइम्स और इंडिया टुडे)

तृणमूल कॉन्ग्रेस के नेता शेख शाहजहाँ को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। शेख के वकील जमानत के लिए हाईकोर्ट पहुँचे और मामले की तत्काल सुनवाई का आग्रह किया, लेकिन कोर्ट ने नकार दिया और कहा कि उससे कोई हमदर्दी नहीं है, उसे गिरफ्तार रहने दो। पेशी के दौरान भी शाहजहाँ कोर्ट में अकड़ दिखा रहा था। इससे पहले हाई कोर्ट ने शेख को 7 दिनों में गिरफ्तार करने का आदेश दिया था।

अब शाहजहाँ शेख की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार और बंगाल पुलिस पर सवाल उठाया। भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “आज अचानक शाहजहाँ शेख की गिरफ्तारी हो गई। संदेशखाली की महिलाओं की शिकायत पर शाहजहाँ के खिलाफ बलात्कार या बलात्कार को प्रेरित करने वाली कोई भी धारा नहीं लगाई गई है।”

उन्होंने आगे कहा, “उन्होंने (बंगाल पुलिस ने) ईडी के विषय में रोक हटने के बाद गिरफ्तार किया। मैं कहना चाहता हूँ कि यदि आपने ईडी के विषय में गिरफ्तार किया है तो पश्चिम बंगाल सरकार उसे ईडी को क्यों नहीं सौंप दे रही है। कहा जा सकता है कि शाहजहाँ शेख महफूज ठिकाने पर ममता सरकार के दामन-ए-रहमत में कहीं महफूज था और अब उसे दोबारा हिफाजत देने के लिए, ताकि वह ईडी और सीबीआई द्वारा दोबारा गिरफ्तार नहीं किया जा सके।”

भाजपा नेता त्रिवेदी ने आगे कहा, “वह पश्चिम बंगाल पुलिस की मेहमानवाजी में चला गया है। ये मेहमानवाजी शब्द इसलिए प्रयोग कर रहा हूँ, क्योंकि उसकी तथाकथित गिरफ्तारी के समय अगर आपने उसकी भाव-भंगिमा देखी हो, उसके चेहरे के भाव और बॉडी लैंग्वेज देखी हो और पुलिस वालों की बॉडी लैंग्वेज देखी हो…. तो आप कह सकते हैं कि जो बॉडी लैंग्वेज शाहजहाँ शेख की थी, वो किसी गुनाहगार की थी?”

वहीं, बंगाल के भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा शाहजहाँ शेख गिरफ्तार नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, “पिछली रात को 12 बजे वह पुलिस के साथ था। उसको पहले डीआईजी भास्कर मुखर्जी के साथ फलदा भेज दिया। फिर शाम उनको लेकर कुंजीपाड़ा घर में गया और फिर उसे मिनाखा लाकर अरेस्ट शो किया गया। यह ममता सरकार द्वारा सुनिश्चित किया गया कि आपको कुछ होने वाला नहीं है।”

उन्होंने आगे कहा, “ममता सरकार ने सुनिश्चित किया कि उसे फाइव स्टार फैसिलिटी मिलेगी, मोबाइल फोन यूज करने का परमिशन है। जब तक ये सेंट्रल एजेंसी के पास नहीं जाता, तब जस्टिस मिलने वाला नहीं है।” उन्होंने कहा कि कोर्ट की फटकार, मीडिया के प्रभाव और भाजपा के लगातार विरोध ने शाहजहाँ को गिरफ्तार करने के लिए बंगाल पुलिस को बाध्य किया।

बता दें कि इससे पहले भी सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि था बंगाल की पुलिस ने शाहजहाँ शेख को बचाने के लिए उसे सेफ कस्टडी में लिया है। सुवेंदु अधिकारी ने बुधवार (28 फरवरी 2024) को सोशल मीडिया साइट X पर अपने पोस्ट में कहा, “संदेशखाली का बदमाश शेख शाहजहाँ कल रात 12 बजे से ममता पुलिस की सुरक्षित हिरासत में है। प्रभावशाली मध्यस्थों के माध्यम से ममता पुलिस के साथ एक समझौते के बाद, उसे बरमजुर-II ग्राम पंचायत क्षेत्र से दूर ले जाया गया, ताकि पुलिस और न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान उनकी उचित देखभाल की जाएगी।”

अपने ट्वीट में उन्होंने आगे कहा था, “सलाखों के पीछे रहने के दौरान उसे 5 सितारा सुविधाएँ दी जाएँगी और उसके पास एक मोबाइल फोन भी होगी। इसके माध्यम से वह ‘तोलामूल पार्टी’ का नेतृत्व करने में सक्षम होगा। यहाँ तक कि वुडबर्न वार्ड में एक बिस्तर भी उसके लिए तैयार और खाली रखा जाएगा, ताकि वह चाहे तो वहाँ कुछ समय बिता सके।”

बंगाल पुलिस ने गुरुवार (29 फरवरी 2024) को शाहजहाँ शेख को कोर्ट में पेश किया। इसको लेकर सामने आए वीडियो में वह दबंगों की तरह कोर्ट में एंट्री लेते देखा गया। वहीं पुलिस उसके पीछे चलती दिखी। इस वीडियो को देख लोग कह रहे हैं कि बिलकुल नहीं लग रहा है कि ये गिरफ्तार हुआ है, उलटा ऐसा लग रहा है कि अपनी दबंगई दिखाने को सामने आया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया