MLA गुड्डू जमाली का बसपा से इस्तीफा, पार्टी ने बताया- लड़की का मामला, रफा-दफा करने के लिए CM से पैरवी का बना रहे थे दबाव

बसपा सुप्रीमो मायावती पर पैरवी का दबाव डाल रहे थे गुड्डू जमाली (फाइल फोटो)

आजमगढ़ के मुबारकपुर से विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) से इस्तीफा दे दिया है। वे पार्टी विधायक दल के नेता भी थे। उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती पर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दिया। इसके बाद बसपा ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि शाह आलम छेड़छाड़ के मुदकमे को वापस कराने का दबाव बना रहे थे।

पार्टी ने शाह आलम के इस्तीफे को लड़की का मामला बताया है। प्रेस रिलीज जारी में कहा गया है कि पार्टी को सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला है कि बीएसपी एमएलए व विधानमंडल दल के नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। जिसका खास कारण कुछ और नहीं बल्कि यह है कि इनकी कंपनी में एक लड़की काम करती थी जिसने इनके चरित्र पर गंभीर आरोप लगाते हुए इनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी थी। जिसकी जाँच अभी भी चल रही है ऐसा उन्होंने मायावती को खुद बताया था।

रिलीज में कहा गया कि वह चाहते थे कि मायावती यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कह कर इस मामले की रफा-दफा करा दें। इसके लिए वह हाल ही में मायावती से मिले भी थे। हालाँकि मायावती ने यह कहकर मना कर दिया कि यह लड़की की मामला है इसलिए बेहतर यही होगा कि वह कोर्ट में जाएँ। लेकिन उन्होंने कहा था कि अगर मायावती ने उनकी मदद नहीं की तो वह पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे देंगे।

उल्लेखनीय है कि बसपा से इस्तीफा देते हुए शाह आलम ने अपने लेटर में लिखा था, “पार्टी में मेरे इस कार्यकाल के दौरान बसपा के सभी स्तर कार्यकर्ताओं एवं मतदाताओं से मुझे बहुत ही आदर सम्मान एवं प्यार मिला है। जिसका मैं सदैव एहसानमंद रहूँगा। साल 2012 से पार्टी के प्रति निष्ठावान रहा और पार्टी की तरफ से मिली हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाया भी। अब मुझे लगता है मेरी उपेक्षा की जा रही है कि ऐसे में अब आगे साथ रहने की कोई वजह नहीं है।”

युवती ने दर्ज कराई थी छेड़छाड़ की एफआइआर

लखनऊ के गोमतीनगर थाने में फरवरी, 2020 में एक युवती ने गुड्डू जमाली के खिलाफ छेड़छाड़ व धमकी देने की FIR दर्ज कराई थी। शाह आलम पूर्वांचल प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सीएमडी भी हैं। पीड़िता ने विधायक के साथ कंपनी के एजीएम अक्षित कपूर और एचआर मैनेजर सुमिता को भी नामजद किया था। युवती का आरोप है कि शाह आलम ने उसे कंपनी में 40 हजार रुपए वेतन पर नौकरी देने का भरोसा दिया था। इसके बाद डिप्टी मैनेजर पद पर उसकी ज्वाइनिंग कराई और फिर छेड़छाड़ करने लगे।

आरोपित विधायक युवती को वीडियो कॉल भी करते थे। युवती ने शाह आलम पर कीमती फ्लैटों की रजिस्ट्री कम दामों में करने का भी आरोप लगाया है। इसके बाद पीड़िता ने गोमतीनगर थाने में एफआइआर दर्ज कराई थी। इस मामले में अब तक न तो चार्जशीट लगाई गई है और न ही अंतिम रिपोर्ट न्यायालय में दाखिल की गई है। गोमतीनगर पुलिस का कहना है कि जाँच जारी है। सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया