कॉन्ग्रेस नेता ने PM मोदी को दी सिर फोड़ने की धमकी तो लोगों ने कहा – पहला डंडा हमें मारो: चुनाव आयोग में शिकायत: केंद्रीय मंत्री और स्पीकर रहे हैं नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत

छत्तीसगढ़ में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी लाठी की धमकी

कॉन्ग्रेस के एक और नेता ने अपने बड़बोलेपन से न सिर्फ पार्टी की फजीहत कराई है, बल्कि भाजपा को हमला का मौका भी दे दिया है। छत्तीसगढ़ में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाठी की धमकी दे डाली। इसे लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग में शिकायत करने का ऐलान किया है। भाजपा के प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन ने कहा है कि जनता इस बयान को लेकर कॉन्ग्रेस को माफ़ नहीं करेगी बल्कि करारा जवाब देगी, प्रधानसेवक के खिलाफ अभद्र टिप्पणी छत्तीसगढ़ और देश की जनता को मंजूर नहीं है।

उन्होंने याद दिलाया कि नरेंद्र मोदी को गाली देने का कॉन्ग्रेस का पुराना इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पर पड़ने वाली हर गाली को जनता ने गहना बना दिया है, कॉन्ग्रेस को सबक दिखाया है। उन्होंने इस बयान को हिंसक, भड़काऊ और उग्र करार दिया है। वहीं छत्तीसगढ़ के उप-मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा, “मैं हूँ मोदी का परिवार। पहली लाठी मुझे मारो। पूरी ताकत से इस बयान का जवाब दिया जाएगा। पूरी ताकत से इस बयान का जवाब दिया जाएगा।”

दरअसल, चरणदास महंत ने राजनांदगाँव में एक जनसभा में कहा था, “हमें सिर फोड़ने वाला आदमी चाहिए। दिन-रात तंग कर के चीन भेजने वाला आदमी चाहिए। कॉन्ग्रेस छोड़ रहे नेताओं को जूते से मारा जाना चाहिए। उन्होंने कठिन समय में पार्टी को अलविदा कहा। उन्हें कभी पार्टी में वापस नहीं लेना है। हमने ही ऐसे नेताओं को सिर चढ़ा रखा था।” मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं मोदी के परिवार वाला हूँ, पहला डंडा मुझे मारो। कार्यकर्ताओं ने भी चरणदास महंत के बँगले को घेर कर इस नारे को दोहराया।

छत्तीसगढ़ भाजपा ने भी सरकार द्वारा चलाई जा रही जन-कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए ‘मैं हूँ मोदी का परिवार, पहली लाठी मुझे मारो’ टैगलाइन के साथ अभियान चलाया। वहीं उप-मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि पूरी दुनिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सम्मान करती है, लेकिन छत्तीसगढ़ की धरती से उनके लिए निकृष्ट मानसिकता वाला बयान दिया गया है। उन्होंने इसे ‘छत्तीसगढ़ महतारी’ और राज्य की संस्कृति का भी अपमान करार दिया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया