मेरठ में मेजर ध्यानचंद के नाम पर स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, 17 पैराओलम्पिक पदक विजेताओं को CM योगी ने दी बड़ी सौगात

मेरठ में सम्मानित किए गए टोक्यो पैराओलंपिक में पदक विजेता

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जापान के टोक्यो पैरा ओलम्पिक खेलों में पदक जीतने वाले खिलाडियों को सम्मानित किया। यह सम्मान समारोह मेरठ जिले में आयोजित हुआ। इस दौरान केंद्रीय खेलमंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद रहे। उन्होंने योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देते हुए ट्वीट भी किया है। उन्होंने लिखा है, “देश भर के पैरा एथलीटस् को उत्तर प्रदेश की खेलभूमि मेरठ में बुलाकर उन्हें सम्मानित करने, उनका मनोबल बढ़ाने व भविष्य के खिलाड़ियों को प्रेरित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हार्दिक आभार।”

इस दौरान बड़ी संख्या में खिलाडी, खेल प्रेमी और आम जनमानस मौजूद रहे। इस आयोजन में प्रदेश के 75 जनपदों से 2078 दिव्यांग खिलाड़ियों ने भी हिस्सा लिया। CM योगी ने इस अवसर पर मेरठ में बन रही यूनिवर्सिटी का नाम दिवंगत हॉकी खिलाडी मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने की घोषणा की। इसी के साथ 19 पदक विजेताओं का भी सम्मान किया गया। यह कार्यक्रम मेरठ के सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में 11 नवम्बर 2021 (गुरुवार) को आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री योगी ने इसकी जानकारी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर साझा की है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पैराओलम्पिक में भाग लेने और पदक जीतने वाले नोएडा के जिलाधिकारी IAS सुहास एलवाई की भी तारीफ़ की। मुख्यमंत्री के अनुसार उन्होंने कोरोना के दौरान नोएडा में कार्यरत रहते हुए भी पदक जीता। इसी के चलते उन्हें पाँचवाँ वेतन आयोग भी देने का निर्णय लिया गया।

योगी आदित्यनाथ ने इस समारोह को सम्बोधित करते हुए भाजपा सरकार द्वारा खेलों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के प्रयासों को गिनाया। उन्होंने मेरठ में बनने वाले खेलों के उत्पादों की सराहना की। मुख्यमंत्री के अनुसार उच्च गुणवत्ता का होने के चलते मेरठ में बनने वाले खेलों के सामानों की माँग पूरी दुनिया में है। उनके अनुसार पहले की सरकारों ने इन उपलब्धियों को नजरअंदाज किया। साल 2018 के बाद जो गति आई है वह बेहद सराहनीय है।

मुख्यमंत्री योगी ने सम्मान समारोह में मेडल जीतने वाले 17 खिलाड़ियों को मोदीपुरम स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में 31 करोड़ रुपए देकर सम्मनित किया। टोकियो पैराओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 2 करोड़ रुपए देने की घोषणा की। इसी के साथ रजत पदक विजेताओं को डेढ़ करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक विजेताओं को 1 करोड़ रुपए मिलेंगे। इन खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने वाले प्रशिक्षकों का भी मुख्यमंत्री ने सम्मान किया। प्रशिक्षकों को 10 लाख पुरस्कार देने की घोषणा की गई। साथ ही इस ओलम्पिक में भाग लेने वाले अन्य खिलाडियों को भी 25 – 25 लाख रुपए देने का ऐलान किया।

इस आयोजन की शुरुआत वन्देमातरम और भारत माता की जय के उद्घोष से हुई। इसी के साथ योगी आदित्यनाथ ने 1857 क्रान्ति में मेरठ के योगदान को भी याद दिलाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि भाजपा सरकार खेलों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए पूरी तरह से संकल्पित है। मुख्यमंत्री ने टोक्यो ओलम्पिक में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन को अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बताया। मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी के बाद भी खिलाडियों द्वारा की गई मेहनत और उनके द्वारा हासिल सफलता को देश भर के लिए गौरव का विषय बताया।

मुख्यमंत्री ने एक जनपद एक उत्पाद योजना का जिक्र किया। इस योजना में उन्होंने मेरठ को खेलों का सामान बनाने के लिए उपयुक्त बताया। मेरठ में खेल यूनिवर्सिटी भी उन्होंने जल्द ही बनाए जाने का ऐलान किया। योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी की खेलों इंडिया खेलो और सांसद खेल प्रतियोगिता योजनाओं की प्रसंशा की। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं के फलस्वरूप देश भर से प्रतिभाओं को विश्व पटल पर आने का अवसर मिल रहा है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया