‘मैं शर्मिंदा हूँ कि हमारी सरकार रहते बैदुल्ला खान घुस आया’ : असम CM ने AAP नेता के बेटे की मौत पर खुद माँगी माफी, पुलिस को फटकारा

विनीत के परिजनों से मिले सीएम सरमा (तस्वीर साभार: News 18 )

असम के डिब्रूगढ़ में पशु अधिकारों के लिए काम करने वाले विनीत बागड़िया की आत्महत्या मामले में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने परिजनों से माफी माँगी है। उन्होंने परिवार के सामने पुलिस को फटकारते हुए कहा कि जो कुछ हुआ वह उसके लिए शर्मिंदा हैं। सीएम ने मुलाकात के दौरान आरोपितों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।

समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा की गई वीडियो में सुन सकते हैं कि सीएम सरमा पुलिस को फटकारते हुए कह रहे हैं कि क्या सरकार इतनी कमजोर हो गई कि बैदुल्ला खान यहाँ तक आ गया। उन्होंने बोला कि वह आज जितना शर्मिंदा हुए हैं उससे ज्यादा वह कभी नहीं हो सकते थे।

उन्होंने पुलिस से पूछा, “माफिया (बैदुल्ला खान) आपके रहते हुए (पुलिस/प्रशासन) यहाँ आया और इन्हें परेशान किया मगर आपको इसकी भनक तक नहीं लगी। क्या इस तरह से प्रशासन चलेगा? आप वर्दी पहनते हो लेकिन उसके हिसाब से काम नहीं करते…यह सरासर डिब्रूगढ़ जिला प्रशासन की नाकामी है। मैं ये क्या सुन रहा हूँ? ये लोग क्या बोल रहे हैं, मेरा दिमाग ही काम नहीं कर रहा है। शायद ऐसा तो कश्मीर- श्रीनगर में भी नहीं हुआ होगा। मैं आज जितना शर्मिंदा हूँ उससे ज्यादा शर्मिंदा कभी नहीं हुआ।”

उन्होंने कहा, “ये घटना तब हुई है जब मैं मुख्यमंत्री के रूप में सेवा कर रहा हूँ। मुझे घटना पर दुख है इसलिए मैं बागड़िया के माता-पिता और राज्य के लोगों से माफी माँगता हूँ।”

बता दें कि पशु अधिकार कार्यकर्ता विनीत बागड़िया ने गुरुवार (7 जुलाई 2022) को डिब्रूगढ़ के शनि मंदिर मार्ग पर स्थित अपने घर पर फाँसी लगाकर आत्महत्या की थी। उन्होंने खुद की जान लेने से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया था और बताया था कि कैसे बैदुल्ला खान नाम के व्यक्ति ने और संजय शर्मा, निशांत शर्मा ने उनका शारीरिक उत्पीड़न किया। उन्होंने कहा कि एक किराए की जमीन मामले पर उन्हें और उनके परिवार को लंबे समय से तंग किया जा रहा था।

बैदुल्ला को किराए पर जमीन देकर पछताया बागड़िया परिवार

सामने आई जानकारी के अनुसार, विनीत बागड़िया के परिवार का बैदुल्ला से कई सालों से विवाद था। विनीत के पिता कैलाश ने अपने घर के ग्राउंड फ्लोर पर संजय को बिजनेस के लिए किराए पर जगह दी थी। इसके बाद संजय ने वो जगह बैदुल्ला को किराए के लिए दे दी। उसने उस जगह मोटरसाइकिल के स्पेयर पार्ट्स बेचने की दुकान खोल ली।

जब विनीत के घरवालों ने उस जमीन को खाली कराना चाहा तो दूसरे पक्ष ने जगह खाली करने से मना कर दिया। इतना ही नहीं कैलाश के मुताबिक बैदुल्ला दुकान का किराया भी नहीं देता था और दुकान भी नहीं छोड़ता था। बहुत विवाद बढ़ने पर केस कोर्ट में पहुँचा। मगर बैदुल्ला का बागड़िया परिवार को सताना बंद नहीं हुआ। अंत में तंग आकर विनीत ने कुछ दिन पहले आत्महत्या कर ली और तब प्रशासन का ध्यान इस केस पर गया।

AAP नेता के बेटे थे विनीत बागड़िया

अब पुलिस बैदुल्ला को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि एक इजाज खान नाम का आरोपित अभी फरार है। गुरुवार को विनीत का शव उनके घर पर मिला था। वह एनिमल वेलफेयर पीपुल नाम से एनजीओ का संचालन करते थे। पशु अधिकारों के लिए आवाज के कारण वह डिब्रूगढ़ के प्रसिद्ध नाम थे। उनके पिता कैलाश कुमार भी सीए थे। साथ ही आम आदमी पार्टी के नेता भी। जिन्होंने आप की ओर से निकाय के चुनाव लड़े थे। उन्होंने ही अपने बेटे की आत्महत्या के लिए तीन लोगों को जिम्मेदार बताया था। जिसके बाद बैदुल्ला खान और निशांत को अगले ही दिन पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया