CM उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि को महाराष्ट्र की राबड़ी देवी कहने पर बिना वारंट मुंबई पुलिस ने बीजेपी नेता को उठाया, घंटों हुई पूछताछ

उद्धव और रश्मि ठाकरे (बाएँ) भाजपा नेता जितेन गजरिया (दाएँ)

महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की पत्नी रश्मि ठाकरे (Rashmi Thackeray) को लेकर 4 जनवरी 2022 को किए गए पोस्ट के बाद मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने महाराष्ट्र बीजेपी के सोशल मीडिया सेल के प्रमुख जितेन गजरिया (Jiten Gajaria) को हिरासत में ले लिया है। मुंबई पुलिस बीजेपी आईटी सेल के चीफ से पिछले तीन घंटों से पूछताछ कर रही है।

इस घटना को लेकर बीजेपी (BJP) नेता प्रतीक करपे (Pratik Karpe) ने ऑपइंडिया को बताया कि महाराष्ट्र पुलिस के तीन अधिकारियों की टीम गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे जितेन गजरिया के ऑफिस पहुँची। पुलिसवालों के पास जितेन गजरिया के खिलाफ कोई कानूनी नोटिस या वारंट नहीं था, लेकिन फिर भी उन्होंने उन्हें उठा लिया। पुलिसवाले गजरिया को लेकर साइबर पुलिस स्टेशन बीकेसी लेकर गए। वहाँ पर उनसे बीते तीन घंटे से भी अधिक समय से पूछताछ की गई है।

मुबई बीजेपी के सचिव और सोशल मीडिया प्रभारी प्रतीक करपे ने ट्विटर के जरिए उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र सरकार के अत्याचार के खिलाफ अपनी आवाज उठाई थी।

उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना सरकार के इशारे पर महाराष्ट्र पुलिस ने बीजेपी नेता के खिलाफ उनके दो ट्वीट को लेकर मनमानी कार्रवाई की। दरअसल 4 जनवरी 2021 को किए गए अपने पहले ट्वीट में गजरिया ने सीएम उद्धव ठाकरे की पत्नी का जिक्र किया था। उन्होंने रश्मि ठाकरे को महाराष्ट्र की राबड़ी देवी करार दिया था।

वहीं गजरिया ने अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने रश्मि ठाकरे और अजीत पवार पर तंज कसते हुए 2013 में महाराष्ट्र के सूखा प्रभावित किसानों की भूख हड़ताल का मजाक उड़ाने वाली पवार की बकवास टिप्पणी का हवाला दिया। दरअसल उस दौरान सूखे पर बात करते हुए अजीत पवार ने कहा था, “हम उन्हें पानी कहाँ से देंगे? क्या हमें बाँधों में पेशाब करना चाहिए?”

जितेन गजरिया का ट्वीट

गजरिया ने मराठी में किए गए अपने मजाक में अप्रत्यक्ष रूप से अजित पवार की असंवेदनशील टिप्पणी का जिक्र किया था। उनके मराठी ट्वीट का हिंदी अनुवाद है, “अगर रश्मि सरकार चला रही हैं, तो क्या मैं सिर्फ पेशाब करने के लिए डिप्टी सीएम हूँ? – @AjitPawarSpeaks to @OfficeofUT.

उन्होंने इस मामले में चुटकी लेते हुए कहा कि अजीत पवार (Ajit Pawar) उद्धव ठाकरे की सरकार से पूछ रहे होंगे कि अगर रश्मि ठाकरे सरकार चला रही होती तो उपमुख्यमंत्री के रूप में उनकी क्या स्थिति होती। क्या वह सिर्फ पेशाब करने के लिए सरकार में हैं?

हालाँकि, यह पहली बार नहीं है जब उद्धव ठाकरे सरकार ने विरोधियों और उनकी आलोचना करने वालों के खिलाफ अपनी असहिष्णुता दिखाई है। पिछले साल 2021 में शिवसेना के छह गुंडों ने उद्धव ठाकरे का कार्टून शेयर करने के बाद एक सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी के साथ मारपीट की थी। व्हाट्सएप फॉरवर्ड कथित तौर पर उद्धव ठाकरे और उनके सहयोगियों शरद पवार और सोनिया गाँधी पर आधारित व्यंग्यपूर्ण कार्टून था। यहीं नहीं इसी तरह से शिवसेना के गुंडों ने फेसबुक पर टिप्पणी करने के मामले में एक व्यक्ति के साथ मारपीट करने के बाद उसका सिर मुंडवा दिया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया