लॉकडाउन में हाईवे पर हंगामा करते कॉन्ग्रेस नेता गिरफ्तार, अमरोहा से लड़ चुके हैं चुनाव

लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर कॉन्ग्रेस नेता सचिन चौधरी गिरफ्तार

पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर है। इसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने संपूर्ण भारत में लॉकडाउन कर दिया है। लॉकडाउन में घरों से बेवजह बाहर निकलने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में कॉन्ग्रेस नेता सचिन चौधरी व दो अन्य को धारा 144 के उल्लंघन करने के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया।

अमरोहा से कॉन्ग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके और उत्तर प्रदेश कॉन्ग्रेस कमेटी के सचिव सचिन चौधरी पर हंगामा करने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक शनिवार देर रात हाईवे पर जीरो प्वाइंट के पास भारी भीड़ जमा थी। भीड़ देख पुलिस वहाँ पर पहुँची। भीड़ हटाने की कोशिश की तो वहाँ पर कॉन्ग्रेस नेता और उनके दोस्तों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस के साथ अभद्रता की।

जानकारी के मुताबिक चिकित्सीय परीक्षण में शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद पुलिस ने उन पर सरकारी कार्य में बाधा डालने और लॉकडाउन का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया। बाद में उन्हें थाने से जमानत पर रिहा कर दिया गया।

कॉन्ग्रेस नेता ने पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा है कि उन्हें मुरादाबाद में सड़क पर लोगों की मदद करते हुए SSP अमित पाठक ने गिरफ्तार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि SSP का कहना किसी की मदद मत करो सरकार का आदेश है, जो मर रहा है मरने दो। आगे उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सड़कों पर लोगों को मारना चाहती है। क्या किसी की मदद करना भी अपराध है?

हालाँकि सोशल मीडिया यूजर्स को सचिन चौधरी की ये सफाई रास नहीं आई और उन्होंने उनको आड़े हाथों लेते हुए कई तंज कसे। एक यूजर ने लिखा, तुम मदद कर रहे हो या कालाबाजारी….पुलिस उसी को गिरफ्तार कर रही है जो कर्फ्यू का उल्लंघन करके 10 रुपए की चीज 20 में बेच रहे हैं। बाकी तू रात को 1 बजे क्या करने गया था?

एक अन्य यूजर ने लिखा, “झूठ… इस विकट समय में भी कॉन्ग्रेसी चरण चाटुकार झूठ बोलने से बाज नही आ रहे। पुलिस खुद खाना बाँट रही है, पैदल यात्रियों के लिए व्यवस्था करने का काम भी शुरू हो चुका है। तुम्हारे झूठ के जूते तुम्हे 2022 में पड़ जाएँगे।”

वहीं एक यूजर ने उन्हें नसीहत देते हुए कहा कि घर पर बैठने का आदेश मिला है तो क्यों नहीं बैठे रहे घर पर? यही सबसे बड़ी मदद है इस वक्त।

स्वाती सनातनी नाम के एक यूजर ने लिखा, “दिल्ली, पंजाब, राजस्थान की कॉन्ग्रेस मर गई जो वहाँ से जनता भाग रही, वही रोक लेते सुविधा दे देते। वहाँ पर मरने छोड़ दिए, जब यहाँ योगी जी 1000 बसें लगा उन लोगो को सुरक्षित पहुँचाने लगे तो आ गए गन्दी राजनीति चमकाने। रस्सी जल गई पर ऐंठन नही गई। विश्व की 4थी धनी महिला ने कितनी दान दी।”

गुरदीप सिंह नाम के शख्स ने लिखा, “मदद कर रहे थे या लोगों को भड़का रहे थे, खॉन्ग्रेसियों से तो मदद की उम्मीद नहीं की जा सकती है क्योंकि मेरी भी एक बार एक खॉन्ग्रेसी ने 1984 मे मदद की थी, लोगों को पेट्रोल दिया था मेरी दुकान जलाने के लिए।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया