कॉन्ग्रेस के पूर्व CM से देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात से गरमाई महाराष्ट्र की सियासत, पार्टी में टूट की अटकलें: 10 MLA छोड़ सकते हैं हाथ का साथ

अशोक चव्हाण और देवेंद्र फडणवीस (फोटो साभार: महाराष्ट्र देश)

महाराष्ट्र में राजनीतिक हालात लगातार बदल रहे हैं। कॉन्ग्रेस के दिग्गज नेता अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) और महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Maharashtra Deputy CM Devendra Fadnavis) के बीच गुरुवार (1 सितंबर 2022) को 20-25 मिनट की मुलाकात हुई। इसके बाद महाराष्ट्र कॉन्ग्रेस में भी टूट की अटकलेें लगाई जा रही हैं।

कहा जा रहा है कि कॉन्ग्रेस के 10 विधायक प्रदेश के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो सकते हैं। इनमें से दो नेताओं को मंत्री भी बनाया जा सकता है। बता दें कि अक्टूबर महीने में शिंदे सरकार की मंत्रिमंडल का विस्तार होना है।

कॉन्ग्रेस के जिन दो नेताओं को मंत्री बनाने की अटकलें लग रही हैं, उनमें पृथ्वीराज चव्हाण और असलम शेख हैं। असलम शेख भाजपा नेता मोहित कंबोज के साथ देवेंद्र फडणवीस से पहले ही मुलाकात कर चुके हैं। वहीं, चव्हाण ने गुरुवार को मुलाकात की।

रिपोर्ट के मुताबिक, कॉन्ग्रेस के कुल 44 में से 7-10 विधायकों के पार्टी छोड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। बता दें कि इस साल जून में हुए विधान परिषद् चुनावों में कॉन्ग्रेस के 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी। वहीं, जुलाई में महाविकास अघाड़ी सरकार (MVA Government) के बहुमत साबित के दौरान 10 विधायक विधानसभा से गायब रहे थे।

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कॉन्ग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण के पार्टी हाईकमान से रिश्ते ठीक नहीं है। दोनों के बीच तल्खी के कारण खबरें आती रही हैं कि वे कॉन्ग्रेस छोड़ सकते हैं। चव्हाण कॉन्ग्रेस के बागी G-23 के सदस्य रहे हैं और हाल ही में पार्टी छोड़ चुके गुलाम नबी से मिल चुके हैं। हालाँकि, चव्हाण ने पार्टी छोड़ने की खबरों का खंडन किया है।

चव्हाण-फडणवीस की मुलाकातों और पार्टी में टूट की खबरों को कॉन्ग्रेस नेता नाना पटोले ने अफवाह बताया। पटोले ने कहा कि उन्होंने त्योहारों के दौरान सत्ता और विपक्षी दलों के नेताओं के मिलने की पुरानी परंपरा है। इसलिए दोनों नेता मिले। उन्होंने कहा पार्टी में टूट का अफवाह उड़ाया जा रहा है।

भाजपा नेता और वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने शुक्रवार (2 सितंबर) को कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार में 23 नए मंत्री शपथ ले सकते। अगर 23 नए मंत्री शपथ लेते हैं तो राज्य में कुल मंत्रियों की संख्या 43 हो जाएगी। बता दें कि नियमों के अनुसार, सदन के कुल सदस्यों की संख्या का 15 प्रतिशत ही मंत्री बनाए जा सकते हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया