माफिया से मिले कर्नाटक कॉन्ग्रेस महासचिव… वो भी कॉन्ग्रेस मुख्यालय में! सिद्धरामैय्या बोले – कुछ गलत नहीं

सिद्धरामैय्या के साथ केसी वेणुगोपाल (फाइल फोटो)

कर्नाटक में कॉन्ग्रेस पार्टी को अपने एक नेता का एक हिस्ट्रीशीटर से मिलना भारी पड़ रहा है। यह घटना न सिर्फ हैरान कर देने वाली है बल्कि जो पार्टी खुद भ्रष्टाचार में डूबकर नहाई हो और अब विपक्ष में बैठने के वक़्त आए दिन उसी मुद्दे पर सरकार को घेरने का दावा ठोकती हो, उसके खुद के ही नेता आजकल इन हरकतों से उसे शर्मिंदा करवाने में कायदे से लग गए हैं।

दरअसल कर्नाटक कॉन्ग्रेस पार्टी  के एक नेता केसी वेणुगोपाल जोकि अपने प्रदेश कर्नाटक में अखिल भारतीय कॉन्ग्रेस पार्टी के महासचिव भी हैं, हाल ही में उनका एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह एक हिस्ट्रीशीटर यानी अपराधी इश्तियाक अहमद से बात करते देखे जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि यह वीडियो कर्नाटक राज्य में उपचुनाव के ठीक पहले सामने आया है या कहें कि कर्नाटक में उपचुनाव से ठीक पहले ही कॉन्ग्रेस पार्टी के नेता वेणुगोपाल एक हिस्ट्रीशीटर उर्फ़ अपराधी इश्तियाक अहमद से मिल रहे हैं। हैरान कर देने वाली बात यह है कि दोनों कॉन्ग्रेस के मुख्यालय में एक दूसरे से मिल रहे थे। यह भी बता दें कि अहमद की बीवी कॉन्ग्रेस पार्टी में शिवाजीनगर इलाके से कर्नाटक कॉन्ग्रेस पार्टी में कॉर्पोरेटर जैसे अहम पद पर काबिज हैं।

बताया जा रहा है कि यह वीडियो पिछले हफ्ते रिकॉर्ड किए गए थे जोकि अब मीडिया में लीक हो गए हैं, जिसके बाद कर्नाटक की कॉन्ग्रेस पार्टी पर सवालों की बौछार हो रही है। मीडिया में लीक हुए कर्नाटक कॉन्ग्रेस के नेता केसी वेणुगोपाल एक बदमाश के साथ दिखाई दे रहे हैं। मज़े की बात यह है कि कॉन्ग्रेसी नेता और एक बदमाश की प्रगाढ़ मित्रता दर्शाता यह वीडियो भी उन्ही की पार्टी के कर्नाटक में बने मुख्यालय का है। इसी वीडियो में कर्नाटक कॉन्ग्रेस पार्टी के ही विधान परिषद सदस्य रिजवान अरशद भी दोनों के साथ खड़े नज़र आ रहे हैं। बता दें कि हाल ही में इश्तियाक अहमद को आईएमए ज्वेलरी की एक पोंज़ी स्कीम में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के मुताबिक इश्तिआक ने आईएमए ज्वेलरी के मैनेजिंग डायरेक्टर मोहम्मद मंसूर खान से दो करोड़ रूपये की फिरौती की मांग की थी।

पुलिस सूत्रों की मानें तो इस लेन-देन की जानकारी मोहम्मद मंसूर खान ने अपनी एक डायरी में लिखी हुई है, जिसको पूरे मामले में सबूत के तौर पर आधार मानते हुए पुलिस ने इश्तियाक अहमद को गिरफ्तार किया था। हालाँकि पुलिस की मानें तो अहमद के अपराध की जड़ें 1993 से जुड़ी हुई हैं। साथ ही 50 से ज्यादा मामलों में उसका नाम मिल है और पुलिस का मानना है कि अहमद की उन मामलों में संलिप्तता थी। इश्तियाक को 2018 में शहर के कुछ रेस्टोरेंट्स से भी रंगदारी वसूलने के आरोप में एक बार पुलिस ने गिरफ्तार किया था। एम्बिडैंट पोंज़ी स्कीम की जाँच में पुलिस ने इश्तियाक अहमद की गहन जाँच की थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले सप्ताह इश्तियाक अपनी पत्नी के साथ कॉन्ग्रेस पार्टी के कार्यालय में मौजूद था। इस मामले पर सवाल पूछे जाने पर दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व से मुलाक़ात करने पहुँचे कर्नाटक के विपक्षी नेता सिद्धरामैय्या ने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं। मीडिया से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य में विपक्ष के नेता सिद्धरामैय्या ने कहा-

“इसमें वेणुगोपाल क्या कर सकते हैं अगर वह व्यक्ति ही खुद उनसे मिलने आता है। इश्तियाक की पत्नी एक कॉर्पोरेटर हैं। अब क्या वेणुगोपाल किसी आने वाले को उनकी गर्दन से पकड़ कर भगा दें। अगर हमने उस व्यक्ति को पार्टी में पद दिया होता तो शायद आपका यह सवाल वाजिब हो सकता था मगर ऐसा कुछ नहीं है। आज जो हुआ, उसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया