मैं इस्लाम मानने वालों को भाई समझता था, उन्होंने मेरे घर पर पेट्रोल बम फेंके: रो पड़े कॉन्ग्रेस के दलित MLA

11 अगस्त को कॉन्ग्रेस MLA मूर्ति का घर फूॅंक दिया गया था साभार (साभार:ट्विटर)

कॉन्ग्रेस विधायक आर अखंड श्रीनिवास मूर्ति ने पत्रकारों से बात करते हुए दुखी मन से कहा, “मैं इस्लाम मानने वालों को अपना भाई मानता था और कम से कम 25 साल से हम मिल-जुलकर रह रहे थे… फिर भी आज मैंने अपना 50 साल पुराना घर खो दिया।”

हाल ही में बेंगलुरु में हुए दंगों के दौरान, उग्र इस्लामवादियों ने पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ कर हिंसक प्रदर्शन किया। संप्रदाय विशेष की भारी भीड़ ने सड़कों पर जमकर तोड़फोड़ की और कॉन्ग्रेस विधायक आर मूर्ति के घर को जला दिया। इसके साथ दंगाइयों ने डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशनों पर हमला किया। पुलिस वाहनों और कई अन्य वाहनों को आग लगा दी और सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुँचाया।

दिल दहला देने वाली घटना को याद करते हुए कॉन्ग्रेस विधायक ने कहा कि उनके घर पर संप्रदाय विशेष के 3000-4000 दंगाइयों की भीड़ पहुँची, पथराव किया, पेट्रोल डाला, टायर जलाए और घर में आग लगा दी।” उन्होंने बताया कि उग्र दंगाइयों ने तलवार, कुल्हाड़ी, लाठी से हमला किया और उनके आवास पर पेट्रोल बम भी फेंके।

कैमरे के सामने अपने दुख को व्यक्त करते हुए विधायक ने कहा कि दंगाइयों ने जिसे जलाया वह मेरा पुश्तैनी घर था। वहीं वे अपने भाई-बहनों के साथ बड़े हुए है और अपने माता-पिता के साथ रह रहे थे। उन्होंने बताया कि परिवार पिछले 50 वर्षों से उस घर में रह रहा था।

विधायक श्रीनिवास मूर्ति दलित समुदाय से हैं। अपने निर्वाचन क्षेत्र में संप्रदाय विशेष के भारी वोट शेयर होने के बावजूद, वे पिछले 4 चुनावों से अच्छे अंतर से जीत रहे हैं। उनके संप्रदाय विशेष के स्थानीय नेताओं के साथ अच्छे संबंध होने की भी खबर है। विधायक ने दंगों को उकसाने के लिए बाहरी लोगों को भी दोषी ठहराया और स्थानीय निवासियों से उन दोषियों को पकड़ने में मदद करने का आग्रह किया।

सीबीआई या सीआईडी जाँच की जाँच की माँग

कॉन्ग्रेस MLA ने कहा, “सवाल यह उठता है कि अगर कानून बनाने वाले को यह भुगतना पड़े तो मैं आम नागरिकों की सुरक्षा कैसे कर सकता हूँ?” उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अपने परिवार को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने की अपील की है। साथ ही मामले की जाँच सीबीआई या सीआईडी ​​को सौंपने की अपील की है।

उन्होंने कहा, “एक विधायक होने और कर्नाटक में सबसे बड़े मार्जिन से जीतने के बावजूद आज मेरी यह हालत है। अन्य विधायकों की क्या स्थिति हो सकती है?”

बेंगलुरु दंगे में कॉन्ग्रेस के लिंक आए सामने

गौरतलब है कि इस भयावह दंगों के तुरंत बाद जो डिटेल सामने आए थे, उससे संकेत मिलता है कि नगवारा कॉर्पोरेटर इरशाद बेगम के पति कलीम पाशा ने अन्य एसडीपीआई नेताओं के साथ मिलकर दंगों को अंजाम दिया।

कलीम पाशा नागवारा वार्ड का पूर्व कॉर्पोरेटर है। कथित तौर पर वह राज्य में कॉन्ग्रेस लीडर के साथ घनिष्ठ संबंध रखता है। वह कर्नाटक के पूर्व गृह मंत्री और वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता केजे जॉर्ज के सहयोगी के रूप में भी जाना जाता है।

उसकी फेसबुक प्रोफाइल इस तथ्य पर भी प्रकाश डालती है कि वह एक सक्रिय कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता था। बेंगलुरु हिंसा मामले में पाशा और स्थानीय एसडीपीआई नेता मुज़म्मिल पाशा के खिलाफ बेंगलुरु पुलिस ने केस दर्ज भी किया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया