दिल्ली सरकार की हेल्थ नहीं दुरुस्त: CM केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने परिवार संग इलाज पर सरकारी खजाने से खर्चे ₹76 लाख, RTI से खुलासा

केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी (फोटो साभार: न्यूज18)

आम आदमी पार्टी (Aam Aadami Party) के गठन से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने बड़े-बड़े दावे किये थे। उन्होंने कहा था कि वे जनता के सेवक हैं और उनकी पार्टी VIP कल्चर को बढ़ावा नहीं देगी। हालाँकि, अब उनकी कथनी और करनी में बहुत बड़ा अंतर दिख रहा है। 

11 जून 2022 को लेखक द्वारा एक ऑनलाइन आरटीआई आवेदन दिल्ली सरकार के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट को दाखिल की गई थी। इसमें वर्ष 2015 से लेकर वर्ष 2022 के मध्य मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल एवं उनके मंत्रीमंडल 6 अन्य मंत्रियों के इलाज पर खर्च किए गए सरकारी धन की जानकारी माँगी गई थी।

RTI में मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल एवं उनके मंत्रीमंडल ने अपने और अपने परिवार के इलाज पर वर्ष 2015-22 के मध्य 76,39,938 रुपए खर्च कर दिए। अरविन्द केजरीवाल एवं उनके परिवार के इलाज पर इस दौरान 15,78,102 रुपए खर्च किए गए।

सीएम केजरीवाल और उनके परिवार पर वर्ष 2015-16 में 2,91,931 रुपए, वर्ष 2016-17 में 4,37,848 रुपए, वर्ष 2017-18 में 4,12,573 रुपए खर्च किए गए, जबकि वर्ष 2018-19 में कोई खर्च नहीं हुआ। वहीं, वर्ष 2019-20 में 3,750 रुपए, वर्ष 2020-21 में शून्य रुपए और वर्ष 2021-22 में 4,32,000 रुपए खर्च किए गए।

इन आँकड़ों में गौर करने वाली बात यह है कि क्या मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के पास 3,750 रुपए भी खुद की जेब से खर्च करने के लिए नहीं थे, जो इसका भुगतान भी करदाताओं के पैसों से करना पड़ा? अब यह सवाल हम सभी को केजरीवाल जी से पूछना चाहिए। 

खर्चों के आँकड़े देखे तो मुख्यमंत्री केजरीवाल से कहीं आगे दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy CM Manish Sisodia) हैं। वर्ष 2015 से 2022 के मध्य उनके एवं उनके परिवार के इलाज पर कुल 24,84,074 रुपए खर्च कर दिए गए।

उप-मुख्यमंत्री और उनके परिवार के इलाज पर वर्ष 2015-16 में 25,104 रुपए, वर्ष 2016-17 में 3,41,005 रुपए, वर्ष 2017-18 में 3,81,000 रुपए, वर्ष 2018-19 में 3,82,000 रुपए, वर्ष 2019-20 में 3,56,403 रुपए, वर्ष 2020-21 में 5,88,519 रुपए और वर्ष 2021-22 में 4,10,043 रुपए खर्च किए गए।

दिल्ली सरकार के हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन (Health Minister Satyendra Jain) ने वर्ष 2015 से 2022 के मध्य खुद पर अपने परिवार के इलाज पर कुल 3,00,187 रुपए खर्च किए। इसमें मुख्यतः कोरोना काल में हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र के इलाज पर खर्च किया गया, जिस पर मेरे द्वारा पहले भी एक आरटीआईसे से मिली सूचना के आधार पर बताया गया था।

सरकारी धन के खर्च के मामले में सबसे आगे गोपाल राय (Gopal Rai) हैं, जो दिल्ली सरकार में पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव, विकास और सामान्य प्रशासन मंत्री हैं। आरटीआई में मिली जानकारी के अनुसार, गोपाल राय एवं उनके परिवार के इलाज पर वर्ष 2015 से 2022 के मध्य 26,74,132 रुपए खर्च कर दिए गए।

गोपाल राय और उनके परिवार के इलाज पर वर्ष 2015-16 में 2,39,845 रुपए, वर्ष 2016-17 में 2,06,529 रुपए, वर्ष 2017-18 में 1,56,635 रुपए, वर्ष 2018-19 में 1,07,000 रुपए, वर्ष 2019-20 में 12,549 रुपए, वर्ष 2020-21 में 5,80,001 रुपए और वर्ष 2021-22 में 13,71,573 रुपए खर्च किए गए।

दिल्ली सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और चुनाव मंत्री इमरान हुसैन (Imran Hussain) और उनके परिवार के इलाज पर वर्ष 2015 से 2022 के मध्य 5,75,937 रुपए खर्च किए गए। वहीं, कैलाश गहलोत (Kailash Gehlot) के द्वारा 27,506 रुपए खर्च किये गए। राजेंद्र पाल गौतम ने सरकार का एक भी रुपया उपयोग नहीं किया और उनका मेडिकल बिल इस दौरान शून्य रहा।

Vivek Pandey: Vivek Pandey is an Indian RTI Activist, Freelance Journalist, MBBS, Whistelblower and youtuber. He is Writing on RTI based information, social and political issue's also covering educational topics for Opindia. He is also well known for making awareness, educational and motivational videos on YouTube.