अब ‘त्रिकोण’ स्टाइल में होगा दिल्ली CM का आवास, पास के 2 बंगले और 8 फ्लैट भी समेटे: साज-सज्जा पर पहले ही ₹45 करोड़ लगा चुके हैं केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल (तस्वीर साभार: टाइम्स नाऊ )

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने आवास की साज-सज्जा पर 45 करोड़ रुपए खर्चने के बाद अब उसका विस्तार करने जा रहे हैं। सिविल लाइंस के फ्लैगस्टॉफ में स्थित उनका बंगला फिलहाल 4.7 एकड़ में है जिसे 7.3 एकड़ में करने का निर्णय लिया गया है।

ऐसा करने के लिए कुछ सरकारी अधिकारियों (जैसे आईएएस अधिकारियों और जजों) को घर खाली करने का नोटिस दिया गया था। ये घर 2.6 एकड़ जमीन पर बने हैं। रिपोर्ट बताती हैं कि सरकार ने मुख्यमंत्री आवास को बड़ा करने के लिए उसके पास बने 2 बंगले और 8 फ्लैट को छेका है। अब इसे सीएम के बंगले के साथ जोड़ा जाएगा।

कथिततौर पर ऐसा करने का फैसला 28 जुलाई 2021 को लिया गया था। इसके फौरन बाद अगस्त 2021 में 2 बंगलों और 8 फ्लैट्स को नोटिस भेज इसे खाली करा दिया गया। ये दोनों बंगले फ्लैगस्टॉफ रोड पर ही हैं जबकि फ्लैट राजपुर रोड पर आते हैं।

यहाँ रहने वाले केएश शेहरावत, विनोद कुमार, रमेश कुमार अब खेल गाँव में और आईएएस नेहा बंसल कोर्ट लेन में शिफ्ट हो गए हैं। वहीं गुरदीप सिंह और चारू अग्रवाल राजपुर रोड पर ही अलग फ्लैट में है। 8 फ्लैटों के अलावा 2 बंगलों (8-ए, 8-बी) को भी खाली कराया गया है। इस परिवर्तन के बाद सीएम का आवास एक त्रिकोण आकार में हो जाएगा।

टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के अनुसार, सीएम आवास को विस्तार देने का काम शुरू हो गया है। योजना के अनुसार, विशाल आवासीय परिसर फ्लैगस्टाफ रोड, राजपुर रोड और दो सड़कों को जोड़ने वाली एक लेन से घिरे त्रिकोणीय भूखंड पर आएगा। इसमें बैडमिंटन कोर्ट से लेकर स्विमिंग पूल और गार्डन भी होगा।

याद दिला दें कि अभी हाल ही में यह खुलासा हुआ था कि दिल्ली मुख्यमंत्री ने अपने आवास को सजाने में 45 करोड़ रुपए खर्च किए। इस आवास में पर्दे ऐसे लगे जिनकी डिजाइनिंग ही 8 लाख के करीब की है। वहीं जमीन पर वो मार्बल लगे जिनकी कीमत 3 करोड़ थी। एक स्विमिंग पूल बना जो मालदीप होटलों के स्टैंडर्ड पर था।

इसी तरह इस आवास में हर चीज सबसे महंगी लगाई गई और देखते-देखते साज-सज्जा में 45 करोड़ खर्च हो गए। टाइम्स नाऊ ने इस पर अपनी रिपोर्ट को ‘ऑपरेशन शीश महल’ का नाम दिया था। वहीं भाजपा ने आरोप लगाया था कि दिल्ली सीएम दिल्लीवासियों की परेशानियों को नजरअंदाज करके जनता का पैसा घर पर खर्च रहे हैं।

इस पर आप नेता राघव चड्ढा का बयान आया था। उन्होंने कहा था अरविंद केजरीवाल आंदोलन से निकले नेता हैं और कोई फकीर नहीं है। उन्होंने बंगले पर 45 करोड़ खर्च के पीछे सफाई देते हुए कहा था कि उनका बँगला 1942 का बना है, वहाँ छत से पानी टपकती थी और बुजुर्गों को परेशानी होती थी। चड्ढा ने सीएम हाउस को सरकारी बँगलाो बताते हुए पीएम आवास के बारे में बात करने की सलाह दी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया