दिग्विजय को लगता है कि आतंकियों के पक्ष में बोलने पर अल्पसंख्यक खुश होगा: उमा भारती

उमा भारती ने कहा कि कॉन्ग्रेस को ही मुसलमानों की देशभक्ति पर शंका रहती है

कॉन्ग्रेस के विवादित नेता दिग्विजय सिंह द्वारा पुलवामा आतंकी हमले को ‘दुर्घटना’ बताने से नाराज उमा भारती ने दिग्विजय सिंह पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह को अपनी पार्टी के आतंकवादियों से लगाव के बारे में सोचना चाहिए।

केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने बुधवार (मार्च 06, 2019) को कहा कि कॉन्ग्रेस एवं उसके वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के निशाने पर हमेशा अल्पसंख्यक वोट रहते हैं इसलिए उनको लगता है कि यदि वह (दिग्विजय) आतंक एवं आतंकवादियों के पक्ष में बोलेंगे तो भारत के अल्पसंख्यक खुश होंगे।

पुलवामा आतंकवादी हमले को दिग्विजय द्वारा ट्विटर पर दुर्घटना लिखे जाने पर पूछे गए सवाल के जवाब में उमा भारती ने कहा, ‘‘दिग्विजय जी जो कहते हैं उसमें उनके निशाने पर हमेशा अल्पसंख्यक वोट रहते हैं। कॉन्ग्रेस को ही अल्पसंख्यकों की देशभक्ति पर शंका है। इसलिए उनको ऐसा लगता है कि आतंक के पक्ष में बोलने में भारत का जो अल्पसंख्यक है, वह खुश होता है।’’

RSS की सार्वजनिक स्थानों पर शाखा लगाने पर प्रतिबंध लगाने की बात कॉन्ग्रेसी मंत्रियों द्वारा कहे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘संघ के जो स्वयंसेवक होते हैं, वे राष्ट्रवादी विचारधारा के लोग हैं। उनको इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता है। बल्कि मैं तो यह सुझाव दूँगी कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ संघ की शाखा में जाया करें। इससे उनको देशभक्ति का पाठ सीखने को मिलेगा। उनकी भी समझ में आएगा कि देशभक्ति किसको कहते हैं।’’

अपनी बात रखते हुए उमा भारती ने कहा, ‘‘कमलनाथ जी, दिग्विजय सिंह जी, राहुल गाँधी जी, खासकर दिग्विजय सिंह को तो संघ की शाखा में जाना बहुत जरूरी है, ताकि आतंकवाद से उनका जो लगाव है, हाफिज सईद से और ओसामा बिन लादेन से उनको जो प्यार है, वह कुम्भ भी नहा आने, नर्मदा की परिक्रमा से भी कम नहीं होगा, वह संघ की शाखा में जाने से ही ठीक होगा।’’

भारती ने कहा कि कॉन्ग्रेस ने 1984 एवं 1991 में लोकसभा चुनाव में क्रमश: पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की शहादत का राजनीतिक रूप से भुनाने की कोशिश की। इन्हें तो शर्म आनी चाहिए। विवादास्पद रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद मामले पर अदालत में चल रहे मुकदमे पर उमा भारती ने कहा कि जिस तरह से मक्का एवं वैटिकन सिटी में मंदिर नहीं बन सकता, उसी प्रकार अयोध्या में राम मंदिर के अलावा कुछ नहीं बन सकता।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया