पहलवान दिव्या काकरान पर AAP के दावे में झोल, हरियाणा का खिलाड़ी बजरंग पुनिया और रवि दहिया को नकद पुरस्कार दे चुकी है केजरीवाल सरकार

पुनिया और दहिया को दिया था नकद पुरस्कार, फिर दिव्या से सौतेला व्यवहार क्यों

दिव्या काकरान (Divya Kakran) कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG 2022) में कुश्ती का कांस्य पदक जीता है। उनके साथ सौतेले व्यवहार को लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार सवालों के घेरे में है। दिव्या को उत्तर प्रदेश का खिलाड़ी बता आप मदद नहीं देने के आरोपों से पल्ला झाड़ने की कोशिश में है। इसके बाद एक बार फिर भारत की महिला पहलवान ने इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने के लिए आप को घेरा है।

काकरान ने एक तस्वीर ट्विटर पर साझा की है। इसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उन्हें गुलदस्ता भेंट कर रहे हैं। इस तस्वीर के साथ काकरान ने लिखा है, “एक खिलाड़ी को कोई भी सम्मानित कर सकता है, चाहे वे लोग किसी भी पार्टी के हों या किसी भी राज्य से हों। इसको राजनीतिक मुद्दा बनाने की ज़रूरत नहीं।”

‘आप’ के नेता महिला खिलाड़ी को बदनाम करने और उनके आरोपों के पीछे राजनीतिक मंशा बता रहे हैं। दिल्ली से आप विधायक नरेश बालियान ने ने उत्तर प्रदेश की एक तस्वीर शेयर की है। इसमें बीजेपी चुनाव कार्यालय में काकरान को सम्मानित किया जा रहा है। इसके जरिए काकरान को घेरने की कोशिश करते हुए उन्होंने लिखा है, तो पूरा खेल यहाँ से हो रहा था। तभी तो सोचूँ की अचानक से एक UP की खिलाड़ी अरविंद केजरीवाल को क्यूँ घेर रही है।”

AAP के एक अन्य विधायक सौरभ भारद्वाज भी काकरान के आरोपों को लेकर दिल्ली सरकार का बचाव कर रहे हैं। उन्होंने गुरुवार (11 अगस्त 2022) को कहा कि उन्हें नकद पुरस्कार नहीं दिया जा सकता क्योंकि वह उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करती हैं। भारद्वाज ने कहा, “खिलाड़ी दिल्ली में रहती हैं। लेकिन उन्होंने केवल 2016-17 तक ही प्रदेश के लिए खेला है। जहाँ तक सम्मान की बात है तो सीएम ने उन्हें 2018 में सम्मानपूर्वक बुलाया था। हम उन्हें नकद पुरस्कार नहीं दे सकते, क्योंकि वह यूपी का प्रतिनिधित्व करती हैं, लेकिन हमने हमेशा उनका सम्मान किया है।”

AAP सरकार ने बजरंग पुनिया, रवि दहिया को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया

आपको बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अप्रैल 2022 में ओलंपिक में पदक जीतने वाले बजरंग पुनिया को 1 करोड़ रुपए का नकद इनाम देने की घोषणा की थी, जो हरियाणा का प्रतिनिधित्व करने वाले पहलवान हैं। इसी तरह नवंबर 2021 में दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार ने टोक्यो ओलंपिक स्टार रवि दहिया को 2 करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी थी। पुनिया की तरह दहिया भी हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हैं और कभी दिल्ली के लिए नहीं खेले हैं। फिर भी, दिल्ली सरकार ने उन्हें पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए 2 करोड़ रुपए की राशि से सम्मानित किया।

केजरीवाल ने रवि दहिया और पुनिया को दिल्ली सरकार द्वारा दिए गए पुरस्कारों को लेकर ट्वीट भी किया था। यह ‘आप’ विधायक सौरभ भारद्वाज के दावों को खारिज करता है कि दिल्ली सरकार अन्य राज्यों से संबंधित एथलीटों को नकद पुरस्कार नहीं दे सकती है।

दिव्या काकरान ने 11 अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए खुलासा किया था कि वह 2001 में दिल्ली आई थीं और 2006 में पहलवानी शुरू की थी। उनका परिवार ईस्ट दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके में पिछले 20 साल से किराए के घर में रह रहा है। वह 2017 तक दिल्ली को 58 मेडल दे चुकी थीं। इसमें कई सारे गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। लेकिन दिल्ली सरकार की ओर से न तो कोई उनके घर पर आया और न ही दिल्ली सरकार ने उनकी कोई मदद की। इसके बाद उन्होंने 2018 से उत्तर प्रदेश के लिए खेलने का फैसला किया।

उन्होंने कहा, “मैं इतने लंबे समय से कुश्ती लड़ रही हूँ। 2017 तक मैंने दिल्ली को 58 पदक दिए। मेरे पास यात्रा के लिए पैसे नहीं हुआ करते थे, मैं अखाड़े जाती थी तो रास्ते में घंटों जाम लगा रहता था। दिल्ली सरकार ने कभी हमारी मदद नहीं की।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया