‘हमारी पार्टी को वोट क्यों नहीं दिया?’: दावा – तमिलनाडु में DMK के गुंडों ने BJP को वोट देने वाली महिला की पीट-पीट कर दी हत्या, पुलिस बोली – आपसी विवाद का मामला

डीएमके सुप्रीमो एमके स्टालिन (बाएँ), मृतक गोमती (दाएँ), (फोटो साभार: हिंदुस्तान टाइम्स/दिनामलार)

तमिलनाडु में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण के मतदान में बीजेपी को वोट देना एक महिला के लिए जानलेवा साबित हुआ। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डीएमके के कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को वोट देने वाली गोमती नाम की महिला पर हमला कर दिया और पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी। महिला की मौके पर ही मौत हो गई। तमिलनाडु पुलिस ने हालाँकि इस मामले को लेकर कहा है कि महिला की हत्या आपसी विवाद के कारण हुई है ना कि वोटिंग के कारण।

ये वारदात तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले के पक्किरिमानियाम गाँव की है। दिनामलार की रिपोर्ट के मुताबिक, डीएमके के गुंडे यह जानने के बाद कि उन्होंने भाजपा को वोट दिया है, गोमती के आवास पर आए। उनकी पीड़िता के साथ तीखी बहस हुई, जिसके बाद उन्होंने उसके साथ बेरहमी से मारपीट की। उन्हें यह कहते हुए सुना गया , “तूने हमारी पार्टी (डीएमके) को वोट क्यों नहीं दिया।”

नक्खीरन की रिपोर्ट के मुताबिक, डीएमके गुंडों द्वारा बेरहमी से हमला किए जाने के बाद गोमती की मौके पर ही मौत हो गई। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची।

पुलिस ने पीड़िता के शव को पोस्टमार्टम के लिए वृद्धाचलम सरकारी अस्पताल भेज दिया। पुलिस अब सात आरोपियों की तलाश कर रही है, जिनकी पहचान अरुल, पांडियन, अरिवुमणि, रवि, राजा, कलाईमणि और धर्मराज के रूप में की गई है। इस बीच, पुलिस ने गोमती की हत्या में शामिल होने के आरोप में तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है।

बता दें कि तमिलनाडु में सभी 39 लोकसभा क्षेत्रों में शुक्रवार (19 अप्रैल) को मतदान हुआ। तमिलनाडु में 72.09 प्रतिशत मतदान हुआ था। धर्मपुरी लोकसभा सीट पर सबसे अधिक मतदान हुआ, जबकि दक्षिण चेन्नई सीट पर सबसे कम मतदान हुआ। तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक सरकार को अन्नामलाई के नेतृत्व वाली भाजपा से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

ताज़ा अपडेट्स:

तमिलनाडु में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने इस पर बयान जारी करते हुए कहा, “यह ज्ञात नहीं है कि DMK सरकार ने इस अपराध में शामिल DMK सदस्यों को गिरफ्तार किया है या नहीं। संविधान द्वारा नागरिकों को दिए गए मतदान के मूल अधिकार को भी खत्म करने की द्रमुक की तानाशाही प्रवृत्ति लोकतंत्र के लिए बहुत खतरनाक है। भारत को बचाने का सपना देखने वाले मुख्यमंत्री स्टालिन को पहले अपनी पार्टी के सदस्यों से तमिलनाडु के लोगों को बचाने का काम देखना चाहिए। मैं इस अपराध में शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई का आग्रह करता हूँ।”

वहीं तमिलनाडु पुलिस ने इस घटना से इनकार किया है। तमिलनाडु पुलिस ने इसे फर्जी खबर करार दिया। पुलिस का कहना है कि 2 पक्षों के बीच लंबे समय से चली आ रही एक याचिका को वापस लेने के संबंध में विवाद हुआ था। कुड्डालोर जिला पुलिस ने बताया कि झड़प के दौरान गोमती ने हस्तक्षेप किया और जमीन पर गिरने से घायल हो गई। तमिलनाडु पुलिस का कहना है कि इस घटना का किसी पार्टी को मतदान से कोई लेना-देना नहीं है और ये आपसी विवाद का मामला है।

नोट: तमिलनाडु पुलिस का बयान आने के बाद इस खबर को अपडेट किया गया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया